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कोरोना काल में अंतिम संस्कार भी व्यापार, मोक्ष नगरी ने नहीं देखे थे कभी ऐसे दिन

locationवाराणसीPublished: Apr 27, 2021 09:53:33 pm

cremation in varanasi ghats costlier: कोरोना महामारी (Corona Pandemic) में अब कंधा देने के लिए भी बोली लग रही है, मोल-भाव चल रहा है। श्मशान घाट पर अर्थी को कांधा देने वाले भी पैसे से मिल रहे हैं। अंतिम संस्कार का खर्च भी बढ़कर पहले से दोगुना हो गया है।

cremation in varanasi ghats costlier

कोरोना काल में अंतिम संस्कार

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

वाराणसी.

cremation in varanasi ghats costlier: कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वालों की तादाद रोज ब रोज बढ़ती जा रही है। श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार का सिलसिला बिना रुके जारी है। हालत ये है कि जहां अंतिम संस्कार के लिये घंटों इंतजार करना पड़ रहा है वहीं इसके लिये भारी कीमत भी अदा करनी पड़ रही है। इस आपदा में भी अवसर ढूंढकर अपनों को खोने की पीड़ा झेल रहे लोगों से धन उगाही हो रही है। हालत ये है कि अर्थी के लिये कांधा देने की भी कीमत वसूली जा रही है। वाराणसी के श्मशान घाट पर जहां आम दिनों में अंतिम संस्कार का खर्च 4000 से 5000 रुपये आता है संकट की इस घड़ी में उससे कहीं अधिक वसूला जा रहा है।


कोरोना महामारी (Corona Pandemic) में संक्रमण के खतरे के चलते कई जगह शव के अंतिम संस्कार करने वाले नहीं मिल रहे। तो कई खबरें ऐसी भी आईं जब अपनों ने ही मौत के बाद मुंह फेर रहे हैं। कहीं पुलिस तो कहीं दोस्त कांधा दे रहे हैं। कई बार तो लावारिस की तरह अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है। संक्रमण के डर के चलते अंतिम संस्कार में शामिल होने से लोग कतरा रहे हैं। चार कंधे मिलना मुश्किल हो रहा है। एक या दो आदमी ही शव लेकर अंतिम संस्कार के लिये घाट पहुंच रहे हैं। अब ऐसे में चिता तक पहुंचाने के लिये चार कंधे जुटाने के लिये उसकी कीमत अदा करनी पड़ रही है। मोलभाव हो रहा है और चार से पांच हजार रुपये वसूले जा रहे हैं।


नरिया के दीपक हों या फिर चेतगंज के प्रभानंद ऐसे कितने ही उदाहरण हैं जिन्होंने कोरोना से अपनों की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार के लिये घाट पर 3500 से चार हजार रुपये तक देकर कांधा जुटाना पड़ा। उधर श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिये मुंह मांगे रुपये वसूलने के मामले पहले ही सामने आ चुके हैं। हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार के लिये 10 से लेकर 25 हजार रुपये तक वसूले जाने के आरोप लगे हैं। मणिकर्णिका घाट पर भी दाह संस्कार महंगा हो चुका है। 3000 से 4000 रुपये में होने वाले दाह संस्कार का खर्च अब 10 से 15000 हजार रुपये हो गया है। हालांकि व्यापारियों का कहना है की किल्लत के चलते लकड़ियां भी महंगी हो गई हैं।

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