इस प्लांट के शुरू होने से वाराणसी (Varanasi) में 120 बेड बढ़ जाएगा। तो लोगों को सामान्य रूप से उपलब्ध होने वाले सिलेंडर की संख्या में 200 की बढ़ोत्तरी हो जाएगी। जिलाधिकारी के मुताबिक इस प्लांट शुरू होने से जो 250 सिलेंडर का कोटा चंदौली में मुक्त होगा उससे 10 नए प्राइवेट अस्पतालों को कोटा जारी करके चलाने की इजाजत दी जाएगी। जिसके बाद वारापणसी में करीब 120 बेड बढ़ जाएगा। प्लांट के एलएमओ को टैंकर के जरिये रोज भरा जाएगा, जिससे 450 सिलेंडर रोज भरे जा सकेंगे।
तीन साल से बंद था
रोहनिया के दरेखू में कामरूप गैस ऑक्सीजन प्लांट के नाम से खुला था। पर बिजली की समस्या के चलते उत्पादन प्रभावित होने पर उसे 2017 में बंद कर दिया गया था। इधर कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद जब ऑक्सीजन संकट गहराया तो उद्योग विभाग बंद पड़े इस ऑक्सीजन प्लांट को फिर से शुरू करने की कवायद में जुट गया। स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क (राज्य मंत्री) स्वतंत्र प्रभार रवींद्र जायसवाल (Ravindra Jaiswal) ने भी भरोसा दिलाया कि दरेखू का बंद ऑक्सीजन प्लांट जल्द ही फिर से शुरू होगा। डीएम कौषल राज शर्मा ने बताया कि इस ऑक्सीजन प्लांट को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम (National Disaster Management Act) के अंतर्गत पिछले सप्ताह अधिग्रहित किया गया था। प्लांट को अन्नपूर्णा इंडस्ट्रियल गैस चलाएगी।