बता दें कि ग्रामीण किशोरियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आशा ट्रस्ट व लोक समिति संस्था के तत्वाधान में 10 मई से किशोरी समर कैम्प की शुरुआत की हुई थी। समर कैम्प में नागेपुर गांव और आसपास के करीब बीस अलग-अलग गांव बेनीपुर, कुंडरिया, गणेशपुर, मेंहदीगंज, गजापुर, वीरभानपुर, कल्लीपुर, हरसोस आदि की करीब 80 किशोरियों ने भाग लिया। लोक समिति के संयोजक नंदलाल मास्टर ने बताया कि लड़कियों के स्वालम्बन के लिए ब्यूटीशियन, कम्प्यूटर, डांस, योग प्रशिक्षण, मार्शल आर्ट, कला प्रशिक्षण, नुक्कड़ नाटक प्रशिक्षण के अलावा लड़कियों को स्कूटी चलाना भी सिखाया गया। समर कैम्प के अंतर्गत मिर्जामुराद थाना भ्रमण व पर्यावरण दिवस पर विशेष जनजागरूकता रैली जैसी गतिविधियों से सामाजिक सरोकार व व्यवहारिकता से जोड़ने की पहल भी की गई। कैम्प में लड़कियों ने आत्मरक्षा के गुण भी सीखे।
समर कैम्प के समापन कायर्क्रम में लड़कियों ने कैम्प में सीखे हुनर का शानदार प्रदर्शन किया। ‘मुझे क्या बेचेगा रुपया’ जैसे गीतों पर डांस प्रस्तुति के ज़रिए किशोरियों ने दहेज़ प्रथा पर कुठाराघात किया। वहीं दूसरी तरफ ‘गुलाब गैंग’ फिल्म के गीतों पर डांस प्रस्तुति और मार्शल आर्ट के प्रदर्शन से महिला के सशक्त रूप को भी प्रस्तुत कर सभी को मंत्र-मुग्ध कर दिया।
इसके साथ ही, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ और बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्रित नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति भी की गई।| समापन कार्यकम के मुख्य अतिथि के तौर पर यूनियन बैंक नागेपुर शाखा प्रबन्धक आशिष सिंह, समाजसेवी रणविजय तथा पंजाब नेशनल बैंक कृषि प्रशिक्षण केंद्र नागेपुर के निदेशक एस एन गुहा ने सभी लड़कियों को सर्टिफिकेट वितरित किया। समर कैम्प में अच्छा प्रदर्शन करने वाली लड़कियों को पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम का संचालन सोनी ने किया जबकि विषय प्रवेश सरिता ने और अनीता ने आभार जताया। इस अवसर पर सोनी, सरिता, अनीता, विद्या, मैनब, मधुबाला, परमतोष विश्वकर्मा, कृष्णा, रेखा, पंचमुखी, श्यामसुन्दर, अमित, सुनील ,प्रेमा, आशा, रामबचन, मंजिता, आशीष, मनीष, सीमा शमा बानो आदि शामिल रहे।