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ठुमरी साम्राज्ञी गिरिजा देवी को समर्पित होगी तुलसी घाट की देवदीपावली

locationवाराणसीPublished: Nov 02, 2017 02:47:39 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

बन रही 40 फीट ऊंची प्रतिमा, 10 फीट का होगा पेडस्टल। मालिनी अवस्थी व श्रेयांश मिश्र पेश करेंगे स्वरांजलि।

देव दीपावली और गिरिजा देवी

देव दीपावली और गिरिजा देवी

डॉ. अजय कृष्ण चतुर्वेदी


वाराणसी. देवदीपावली यूं तो काशी के सभी 84 घाटों पर मनाई जाएगी, लेकिन तुलसी घाट की देव दीपावली कई मायनों में सबसे अलग होग। वैसे भी यहां की परंपरा रही है कि तात्कालिक विषयों को ही समाहित किया जाता है। जैसे पिछले साल सर्जिकल स्ट्राइक के बाद देव दीपावली के दिन गोरखा रेजीमेंट के रंगरूटों को यह पर्व समर्पित किया गया था। इस बार यह पर्व ठुमरी साम्राज्ञी गिरिजा देवी को समर्पित होगा। इसकी तैयारी अंतिम दौर में है। इस मौके पर घाट पर 2100 दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। इसके साथ ही तुलसी घाट से सटे प्रो. वीरभद्र मिश्र घाट पर देश के मौजूदा ज्वलंत मुद्दों पर आकर्षक रंगोली सजाने के साथ ही दीपदान होगा।
गिरिजा देवी
ये होंगे आयोजन

इस संबंध में संकट मोचन व अखाड़ा गोस्वामी तुलसी दास के महंत प्रो विश्वंभर नाथ मिश्र और उनके अनुज नामचीन न्यूरोलॉजिस्ट डॉ विजय नाथ मिश्र ने पत्रिका को बताया कि तुलसी घाट पर देवदीपावली के मौके पर हर साल नया विषय चुना जाता है। ऐसे में इस बार देश ही नहीं दुनिया भर में स्वर कोकिला के नाम से विख्य़ात ठुमरी साम्राज्ञी गिरिजा देवी को इस पर्व पर स्मरण किया जाएगा। इसके लिए घाट पर ही इन दिनों ठुमरी साम्राज्ञी की 40 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण हो रहा है। प्रतिमा के नीचे 10 फीट का पेडस्टल होगा। इस प्रतिमा को ऐसा रूप-रंग दिया जा रहा है मानों बस वह बोल उठेंगी। उनका गाता हुआ हंसमुख चेहरा, गीत के दौरान उनके हाथों के हाव-भाव को ठीक उसी अंदाज में प्रस्तुत किया जाएगा। उनकी कलाइयों पर सुशोभित सोने के कंगना भी ठीक वैसे ही दिखेंगे। यह प्रतिमा मशहूर कलाकार अनिल कुमार की देखरेख में बन रही है। प्रतिमा को प्लाइवुड व बांस के सहारे खड़ा किया जाएगा। फिर इसे तलर व झालरों से सजाया जाएगा। यही नहीं डॉ मिश्र ने बताया कि इस मौके पर गिरिजा देवी की शिष्या मालिनी अवस्थी और साजन मिश्र के पुत्र स्वरांश मिश्र गीतों के माध्यम से स्वरांजलि प्रस्तुत करेंगे। प्रख्यात लोक गायिका की याद में 21 दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।
गिरिजा देवी
इन गंगा प्रेमियों की स्मृति में होगा दीप दान

साथ ही मां गंगा के लिए समर्पित रहे देश व विदेश के प्रबुद्ध जनों की स्मृतियों को भी सहेजा जाएगा। उनकी याद में भी दीप दान किए जाएंगे। इसमें प्रो. वीरभद्र मिश्र, अमेरिकी पर्यावरणविद् फेन पीवी, आस्ट्रेलियाई पर्यावरणविद् कॉल लेनॉक, डॉ डीके संड आदि प्रमुख हैं।
गिरिजा देवी का पोस्टर
गोस्वामी जी की कृष्णलीला के तहत होगा कंश वध

उन्होंने बताया कि तुलसी घाट की देव दीपावली एक अन्य मामलों में अन्य सबसे पृथक होती है। यहां उस दिन गोस्वामी तुलसी दास द्वारा शुरू कृष्ण लीला का समापन भी होता है। रात साढ़े आठ बजे के बाद कृष्ण लीला शुरू होगी। इसके तहत भगवान श्री कृष्ण और माम कंस तथा कंस के हाथी कुमारिया पीर के साथ युद्ध का आकर्षक मंचन भी होगा। पहले कुमरियापीर का नाश करेंगे कान्हां फिर मामा कंस के साथ युद्ध होगा। यह प्रसंग रात 10 बजे मंचित किया जाएगा। कंस की मौत के बाद यमुना रूपी गंगा में उसका अवसान होगा। फिर कन्हैया की चतुर्भुज झांकी सजेगी। इस तरह रात 11 बजे तक यह लीला चलेगी।
कृष्णलीला
प्रो वीरभद्र मिश्र घाट पर सजेगी रंगोली


इसके अलावा शहर के प्रमुख उद्यमी रहे स्व. उदय प्रताप सिंह की बेटी डॉ शालू सिंह तुलसी घाट से सटे संकट मोचन मंदिर व अखाड़ा तुलसी दास के पूर्व महंत प्रो. वीरभद्र मिश्र घाट पर अपने पिता की स्मृति में आकर्षक रंगोली सजाएंगी और दीप दान होगा। डॉ सिंह ने पत्रिका को बताया कि यह रंगोली राष्ट्रीय मुद्दों पर आधारित होगी। इसमें महिला स्वावलंबन, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ गंगा, सर्व शिक्षा अभियान जैसे मुद्दों को उकेरा जाएगा। यह रंगोली चितईपुर,कंदवा आदि क्षेत्र के ग्रामीण व विपन्न बच्चे सजाएंगे। ये बच्चे ठेला, खोमचा और रिक्शा वालों के बच्चे हैं। बता दें कि उदय प्रताप सिंह भी अपने जीवन काल में विपन्न बच्चों के उत्थान, उनकी शिक्षा के लिए समर्पित रहे।
गिरिजा देवी का पोस्टर
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