scriptकाशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी परिसर विवादः वजूखाने में मिले शिवलिंग पर महंत परिवार दो फाड़ | Differences in Kashi Vishwanath Mahant family over Shivling found in Vazukhana of Gyanvapi Masjid | Patrika News

काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी परिसर विवादः वजूखाने में मिले शिवलिंग पर महंत परिवार दो फाड़

locationवाराणसीPublished: May 18, 2022 05:04:00 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी परिसर विवाद में एक नया मोड़ आ गया है। सिविल कोर्ट के आदेश पर हुए ज्ञानवापी परिसर के सर्वे के दौरान मस्जिद के जिस वजूखाने में शिवलिंग जैसी आकृति मिली है उसे लेकर अब काशी विश्वनाथ मंदिर महंत परिवार दो फाड़ हो गया है। महंत डॉ कुलपति तिवारी जहां उस आकृति को ही आदि विशेश्वर शिवलिंग बता रहे हैं वही उनके भतीजा राजेंद्र तिवारी का कहना है कि बिना प्रमाणित हुए उसे शिवलिंग नहीं कहा जा सकता।

कुलपति तिवारी और राजेंद्र तिवारी बीच में काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी परिसर

कुलपति तिवारी और राजेंद्र तिवारी बीच में काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी परिसर

वाराणसी. ज्ञानवापी परिसर विवाद अब और गहरा गया है। सर्वे के अंतिम दिन मस्जिद परिसर के वजूखाने में मिली शिवलिंग की आकृति पर वादी-प्रतिवादी पक्ष की तकरार के बीच काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत परिवार भी दो फाड़ हो गए हैं। महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने पत्रिका से विशेष बातचीत में कहा वजूखाने में मिला शिवलिंग आदि विशेश्वर शिवलिंग है। जबकि महंत परिवार के एक सदस्य राजेंद्र तिवारी ने कहा कि बिना प्रमाणित उसे शिवलिंग नहीं मान सकते। इस बीच सिविल कोर्ट के अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य से विरत रहने के चलते बुधवार को सुनवाई नहीं हुई। अब गुरुवार को सुनवाई हो सकती है।
काशी विश्वनाथ मंदिर महंत परिवार के सदस्य डॉ कुलपति तिवारी
आकृति आदि विशेश्वर शिवलिंग: डॉ कुलपति तिवारी

काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत डॉ. कुलपति का कहना है कि पूरा ज्ञानवापी परिसर ज्ञानकूप है। सर्वे में जो आकृति वजूखाने में मिली है वो आदि विशेश्वर का शिवलिंग ही है। उस शिवलिंग के नीचे एक सीढ़ी है।
उन्होंने कहा ज्ञानापी परिसर के पश्चिम-उत्तर दिशा के लकड़ी के दरवाजे को खोला जाए तो सारी वस्तुस्थिति स्पष्ट हो जाएगी। वहां आदि विशेश्वर के मंडप भी मिलेंगे।
प्राचीन काशी विश्वनाथ मंदिर ज्ञानवापी परिसर
350 साल से देवाधिदेव का अपमान
डॉ. कुलपति के अनुसार औरंगजेब आक्रांता था। लेकिन इन 350 सालों में एक भी अच्छा मुस्लिम उस वजूखाने तक नहीं पहुंचा? क्या किसी भी मुस्लिम को ये बुरा नही लगा कि अल्लाह के घर मे क्यों किसी दूसरे मजहब के ईश्वर का अपमान किया जा रहा है? वजुखाने में गंदगी में डूबे महादेव साक्ष्य है इस बात के कि देवों के देव स्वयं महादेव को पिछले 350 सालों में एक भी अच्छा मुस्लिम नही मिला।
उधर, काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत परिवार के सदस्य राजेंद्र तिवारी ने कहा बिना प्रमाणित हुए कैसे स्वीकार कर लिया जाए कि वो शिवलिंग है। सुना’ है कि वहां एक ***** गोल खंभा” नुमा आकृति मिली है। काशी के दशाश्वमेध और राजेंद्र प्रसाद घाट पर भी गोल खंभे हैं तो क्या उन्हें शिवलिंग मान लिया जाए। जो चीज मिली है उसकी सत्यतता प्रमाणित होनी चाहिए।
प्राचीन काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी परिसर
विश्वनाथ कॉरोडोर से हटाए गए शिवलिंग के बारे में बताएं

राजेंद्र तिवारी ने कहा कि 350 साल पुराने मामले को उघाड़ कर नाहक विवाद खड़ा किया जा रहा है। पहले विश्वनाथ कॉरोडोर निर्माण के दौरान तोड़े और हटाए गए शिवलिंग, 56 विनायक में से कई विनायक सहित अन्य देव विग्रहों की ताजा स्थिति बताई जाए।
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काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के अध्यक्ष नागेंद्र पांडेय
शिवलिंग न्यास की सुपुर्दगी में दें: परिषद

विश्वनाथ न्यास परिषद के अध्यक्ष नागेंद्र पांडेय ने मांग की है मस्जिद के वजूखाने में जो शिवलिंग मिला है उसे न्यास परिषद की सुपुर्दगी में दिया जाए। उन्होंने कहा कि जहां शिवलिंग मिला वो वजूखाना कैसे हो सकता है।
सिविल कोर्ट का आदेश
सिविल कोर्ट में सुनवाई स्थगित

सिविल कोर्ट सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत में बुधवार को होने वाली सुनवाई अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य से विरत रहने के चलते कल तक के लिए मुल्तवी कर दी गई है।
बुधवार हो इन मामलों में होनी थी सुनवाई

बुधवार को दो प्रमुख मुद्दों पर सुनवाई होनी थी,जिसमें एक जिला शासकीय अधिक्ता का सील शिवलिंग क्षेत्र की मछलियों के दाना पानी देने और उनके जीवन रक्षा के इंतजाम से संबंधित थी। वहीं दूसरी वादी पक्ष की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्र में मस्जिद परिसर के उन इलाकों जहां दीवार और मलबा है उसे हटा कर एक और सर्वे कराने तथा शिवलिंग की मापी कराने से संबंधित थी।
19 मई को ही सर्वे रिपोर्ट भी सौंपी जानी है

19 मई को कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह और अजय प्रताप सिंह, ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में तीन दिनों तक चली सर्वे की कार्यवाही की रिपोर्ट भी पेश करेंगे।
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