मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर अराजीलाइन विकास खंड के ग्राम सभा-जलालपुर में लगा संक्रांति स्वच्छता मेला।
स्वच्छता प्रमाण पत्र बांटते कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण
वाराणसी. स्वच्छता जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। तमाम बीमारियां स्वच्छता से स्वतः समाप्त हो जाती हैं। यह कहना है सूबे के कानून, खेल राज्यमंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी का। वह रविवार को मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर अराजीलाइन विकास खंड के ग्राम सभा-जलालपुर में आयोजित संक्रांति स्वच्छता मेला में मुख्य अतिथि के रूप में ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होने लोगो से खूले में शौच न जाने की अपील करते हुए बनवाए गए शौचालयों का शत-प्रतिशत उपयोग करने की अपील की। उन्होने स्वच्छता कार्यक्रम को जनान्दोलन बनाने का आह्वान किया। कहा कि कोई भी महाभियान बिना जन सहभागिता के संभव नही होता। स्वच्छता कार्यक्रम सीधे-सीधे प्रत्येक नागरिक से जुड़ा है। उन्होने गांवो के स्वच्छता पर विशेष जोर देते हुए ग्रामीणों से अपने आस-पास प्रर्याप्त साफ-सफाई रखने की भी अपील की।
उन्होने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन या स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा चलाया गया एक विशाल जन आंदोलन है जो पूरे भारत में सफाई को बढ़ावा देता है। इस अभियान को 2019 तक एक स्वच्छ भारत का लक्ष्य रखते हुए आधिकारिक तौर पर राजघाट, नई दिल्ली में 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की 145 वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था। राष्ट्र पिता महात्मा गांधी ने भारत को एक स्वच्छ भारत बनाने का सपना देखा और इसके लिए हमेशा कठिन प्रयास किए। राष्ट्रपिता के सपने को साकार करने के लिए भारत सरकार ने इस अभियान को शुरू करने का फैसला किया। स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को कवर करना है ताकि दुनिया के सामने हम एक आदर्श देश का उदाहरण प्रस्तुत कर सके।
उन्होंने कहा कि मिशन के उद्देश्यो में से कुछ उद्देश्य है, खुले में शौच समाप्त करना, अस्वास्थ्यकर शौचालयों को फ्लश शौचालय में परिवर्तित करना, हाथ से मल की सफाई को रोकना, ठोस और तरल कचरे का पुनः उपयोग, लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करना, अच्छी आदतो के लिए प्रेरित करना, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था अनुकूल बनाना, व भारत में निवेश के लिए रुचि रखने वाले सभी निजी क्षेत्रों के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करना आदि है। उन्होने जलालपुर ग्राम सभा में एक ही दिन में 1100 शौचालयों के निर्माण लक्ष्य को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इसी प्रकार जनपद के शेष 54000 शौचालयों का भी निर्माण अभियान चलाकर शीघ्र पूरा कराते हुए 31 मार्च, 2018 को पूरे जनपद को खूले में शौचमुक्त किया जाए। उन्होने कहा कि शौचालय बन जाने भर से स्वच्छता अभियान सफल नहीं होगा, ब्लकि लोगो में व्यवहार परिवर्तन करके शौचालयों का उपयोग भी सुनिश्चित कराना होगा।
उन्होंने निगरानी समिति के सदस्यों से अपील की कि वे लोगों को खूले में शौच न करने के लिए के लिए व्यवहार परिवर्तन करें और शौचालयों का प्रयोग सुनिश्चित कराएं। इस अवसर पर विधायक रोहनियां सुरेन्द्र नारायण सिंह एवं विधायक सेवापुरी नीलरतन पटेल ने भी स्वच्छता कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए लोगो से स्वच्छता को अपनाने तथा गांवो को खुले में शौच मुक्त किये जाने के साथ ही शौचालयों का उपयोग किये जाने की अपील की।
राज्य मंत्री डॉ तिवारी ने संक्रान्ति स्वच्छता मेला के अवसर पर विकास खंड अराजीलाइन के ग्राम सभा धनपालपुर, बसन्तपुर, पुरूसातों एवं जलालपुर को खूले में शौचमुक्त घोषित करते हुए इसका प्रमाण पत्र संबंधित ग्राम प्रधानों को उपलब्ध कराया। साथ ही निगरानी समिति की 5 स्वच्छताग्रहियों को भी प्रमाण पत्र सौंपा। समारोह में आए अतिथियों का स्वागत डीएम योगेश्वर राम मिश्र ने किया जबकि कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने आभार जताया।