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DLW कर्मचारियों ने निगमीकरण के खिलाफ दिया करो या मरो का नारा

locationवाराणसीPublished: Jul 22, 2019 07:51:27 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

DLW कर्मचारियों ने की गेट मीटिंग, कहा लड़ मरेंगे पर रेल का निगमीकरण नहीं होने देंगे

निगमीकरण के खिलाफ  डीएलडब्ल्यू कर्मचारियों की सभा

निगमीकरण के खिलाफ डीएलडब्ल्यू कर्मचारियों की सभा

वाराणसी. dlw कर्मचारियों ने निगमीकरण के खिलाफ करो या मरो का नारा दिया है। उन्होंने साफ किया है कि वह लड़ कर जान दे देंगे पर रेल का निगमीकरण किसी सूरत में नहीं होने देंगे।
डीरेका में संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले भारत सरकार के 100 दिन के एक्शन प्लान के खिलाफ डीएलडब्लू के निगमीकरण के सरकार के प्रस्ताव के खिलाफ महीना भर से चल रहे विरोध प्रदर्शन को सोमवार को इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन आईआरईएफ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष कामरेड अमरीक सिंह ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार हजारों करोड़ों रुपए के मुनाफे में चल रहे तमाम सार्वजनिक क्षेत्र की कई इकाइयों को सीधे निजी हाथों में सौंप रही है या उनका निगमीकरण करके निजीकरण की तरफ ले जाने की कोशिश साफ तौर पर कर रही है। लेकिन हम मेहनतकश कर्मचारी जिन्होंने रेलवे के तमाम उत्पादन इकाइयों को अपने खून पसीने से खड़ा किया है उसे बचाने के लिए करो या मरो के नारे के साथ लड़ेंगे। मरेंगे लेकिन रेल का निगमीकरण नहीं होने देंगे।
पूर्वोत्तर रेलवे वर्कर्स यूनियन के संगठन मंत्री डॉक्टर कमल उसरी ने कहा कि मजदूर वर्ग पर चौतरफा हमले के खिलाफ संघर्ष के लिए तैयार हैं।
निगमीकरण के खिलाफ डीएलडब्ल्यू कर्मचारियों की सभा
बीआरएमएस के उप महामंत्री नरेंद्र मिश्र ने कहा की उत्पादन इकाई के निगमीकरण को रोकने हेतु सातों उत्पादन इकाइयों के संघर्ष समिति के संयोजकों एवं दोनों मान्यता प्राप्त संगठनों के पदाधिकारियों को आगे की रणनीति तय करने के लिए 27 जुलाई को दिल्ली में बैठ बुलाई है और सरकार को चेताया है कि अगर निगमीकरण का प्रस्तावित फैसला वापस नहीं लिया जाता है तो यह सरकार का आत्मघाती कदम साबित होगा जिसके लिए भारतीय रेलवे मजदूर संघ किसी भी हद तक जाने के लिए बाध्य है।
इस सभा में जलालीपटी ग्राम की पूर्व प्रधान शीला सिंह ने डीएलडब्ल्यू कर्मचारी आंदोलन को समर्थन दिया। कहा कि मैं बी जे पी की समर्थक हूं लेकिन अगर निगमीकरण की बात आई तो यहां से दिल्ली तक आपके साथ चलूंगी।
निगमीकरण के खिलाफ डीएलडब्ल्यू कर्मचारियों की सभा
सभा में मुख्य रूप से कृष्ण मोहन तिवारी, राजेन्द्र पाल, अरविंद श्रीवास्तव, अमित यादव, राजेश कुमार, नवीन सिन्हा, अजीमूल हक, अमित कुमार, आशुतोष श्रीवास्तव, सुमीत अग्रहरि, सुशील सिंह, देवतानन्द, देवनारायण भट्ट, सरोज कुमार, रोहित, रामनारायण, सरदार सिंह, रूप सिंह मीणा, अश्वनी यादव, जय प्रकाश, राधा बल्लभ आदि हजारों कर्मचारी उपस्थित थे। संचालन सदस्य कर्मचारी परिषद प्रदीप यादव ने किया जबकि अध्यक्षता डी रे का बचाओ संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक वी डी दुबे ने की।

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