वाराणसी

राजकीय बाल गृह के बच्चों से शौचालय साफ कराने के मामले में DM वाराणसी का बड़ा फैसला

फौरी तौर पर हटा गया आरोपी कर्मचारी डीएम ने जिम्मेदार कर्मचारी के निलंबन की संस्तुति की

वाराणसीJun 11, 2019 / 06:52 pm

Ajay Chaturvedi

sheltor home child labour

/वाराणसी. रामनगर स्थित राजकीय बाल गृह के बच्चों से शौचालय साफ कराने के मामले में डीएम वाराणसी ने मंगलवार को बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने जिम्मेदार आरोपी कर्मचारी के निलंबन की शासन से संस्तुत की है। फिलहाल उस कर्मचारी को काम से हटा दिया गया है।
बता दें कि सोमवार को रामनगर के इस राजकीय बाल गृह के बच्चों से वहां के स्टॉफ द्वारा शौचालय साफ कराने की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। उसके तत्काल बाद जिला प्रोबेशन अधिकारी मौके पर गए, उनकी रिपोर्ट के आधार पर मुख्य विकास अधिकारी और दिन विशेष को डीएम का कार्यभार संभाल रहे गौरांग राठी ने आरोपी कर्मचारी अनिल राय को तत्काल काम पर से हटा दिया था। उसके अगले दिन डीएम सुरेंद्र सिंह ने निदेशक महिला कल्याण और अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण को पत्र लिख कर आरोपी कर्मचारी के निलंबन की संस्तुति कर दी।
 

यहां यह भी बता दें कि रामनगर स्थित राजकीय बालगृह के बच्चों से शौचालय साफ कराने की फोटो के वायरल होने पर सोमवार की रात जिला प्रोबेशन मौके पर गए और बच्चों से बातचीत की। बातचीत में बच्चों ने अनिल राय नामक कर्मचारी का नाम लिया। बताया कि वह उनके साथ गाली-गलौज करने के साथ मारता-पीटता भी है। साथ ही अपने वाहन की सफाई से लेकर शौचालय तक साफ करवाता है। बच्चों के बयान के बाद आरोपी कर्मचारी को जिला प्रोबेशन अधिकारी की सिफारिश पर वहां से हटा दिया गया।
बता दें कि रामनगर बालगृह में चाइल्ड वेलफेयर सोसायटी के माध्यम से वे बच्चे रखे जाते हैं जो भटकते मिलते हैं या किसी अपराध में शामिल होते हैं। महिला कल्‍याण विभाग द्वारा संचालित इस बाल गृह में इस समय 72 बच्चे हैं। इसमें 26 मंदबुद्धि हैं। यहां रहने वाले बच्चों के लिए सारी सुविधाएं सरकार की तरफ से दी जाती है। सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देश के अनुसार बच्चों को भोजन से लेकर सारी सुविधाएं मुहैया हैं।

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