वाराणसी के युवाओं को दी गई घरेलू हिंसा व लैंगिक भेदभाव से निबटन की सीखआदर्श ग्राम नागेपुर में युवा नेतृत्व व् लैंगिक भेदभाव पर कार्यशाला सम्पन्न
लोक समिति की कार्यशाला
मिर्जामुराद/वराणसी. घरेलू हिंसा और लैंगिक भेदभाव मौजूदा समाज में युवाओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इस कुरीति के खात्मे के लिए हर युवा को आगे आना ही होगा। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि पिछले 10 साल मे हालात इतने बदतर हुए हैं कि हर 5 मिनट में घरेलू हिंसा की एक रिपोर्ट दर्ज हो रही है। यह किसी भी समाज के लिए खतरनाक बिंदु है। ये बातें बताई गईं प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम नागेपुर स्थित लोक समिति आश्रम में। मौका था युवाओं के नेतृत्व विकास व लैंगिक भेदभाव पर कार्यशाला का।
इस कार्यशाला में आए युवाओं को एशियन ब्रीज इंडिया के रणविजय ने डॉक्यूमेंट्री फिल्म के माध्यम से बताया कि लैंगिक भेदभाव और लैंगिक असमानता भारत के लिए एक चुनौती बनी हुई है। पिछले 10 वर्षों में भारत में महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा, देश का सबसे अधिक हिंसक अपराध रहा है। हर पांच मिनट में घरेलू हिंसा की एक घटना दर्ज होती है। इसे जड़ से मिटाने के लिये युवाओं को आगे आना होगा।
कार्यशाला के मुख्य प्रशिक्षक संजय जायसवाल ने विभिन्न खेल कहानी ग्रुप चर्चा के माध्यम से बताया कि किसी भी समाज का युवा वर्ग ऐसा दृष्टिकोण, प्रभाव, कौशल और आचरण विकसित कर सकता है जो सूचनाओं और सेवाओं को सुरक्षित, स्वस्थ रखने की मांग करे, और समाज से भेदभाव और हिंसा समाप्त हो।
एशियन ब्रीज इंडिया के इस युवाओं के नेतृत्व विकास व लैंगिक भेदभाव आधारित कार्यशाला में नागेपुर, बेनीपुर, गनेशपुर आदि गांवो से 60 से अधिक तादाद में पहुंचे युवाओं को देश के विकास के लिए लैंगिक भेदभाव मिटाकर समता मूलक समाज बनाने के लिए उसे धरातल पर लाने के लिए प्रयास करने की सीख दी गई। साथ ही शिक्षित व रोजगारपरक जीवन बिताने के नुस्खे भी बताए गए।
प्रशिक्षण शिविर में मेधावी युवाओं को सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर लोक समिति संयोजक नंदलाल मास्टर रणविजय, पंचमुखी, विजय नारायण, रामबचन, विजेंद्र प्रताप, मनीष, गोलू आदि मौजूद रहे।