छात्राओं के लिए 33 फीसद आरक्षण डॉ. अंबेडकर प्रतिष्ठान के निदेशक विकास त्रिवेदी ने बताया कि इस योजना की शुरूआत देश भर के 31 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में की जा रही है, जिनमें से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय भी एक है। उन्होंने कहा कि हर केंद्र में 100 सीटें होंगी, जिनमें से 33 प्रतिशत पर अनुसूचित जाति की छात्राएं प्रवेश ले सकेंगी, ताकि गुणवत्तापरक कोचिंग प्राप्त कर विद्यार्थियों का सशक्तिकरण हो सके।
त्रिवेदी ने बताया कि हर केंद्र के संचालन के लिए डॉ. अम्बेडकर प्रतिष्ठान के माध्यम से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, हर विश्वविद्यालय को वार्षिक 75 लाख रुपये की राशि उपलब्ध कराएगा। प्रत्येक केंद्र में तीन शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी तथा सुचारू पठन-पाठन के लिए सभी आधुनिक एवं आवश्यक सुविधाएं जैसे कक्षाएं, पुस्तकालय, हाई स्पीड वाई-फाई आदि उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने बताया कि निशुल्क कोचिंग के लिए प्रवेश विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा के आधार पर होगा। उन्होंने कहा कि जाने माने एजुकेटर तथा सुपर 30 शिक्षा समूह के संस्थापक आनंद कुमार कार्यक्रम में विशेष अतिथि होंगे व कोचिंग के लिए श्रेष्ठ पद्धतियों पर अपने विचार रखेंगे। निदेशक, डॉ. अंबेडकर प्रतिष्ठान, ने बताया कि बीएचयू में आयोजित हो रहे उद्घाटन समारोह में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार, के सचिव आर. सुब्रमण्यम भी उपस्थित रहेंगे।
विशेषज्ञों व पेशेवरों के विशेष व्याख्यान व सत्र भी आयोजित होंगे डॉ. अम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र, बीएचयू, के नोडल ऑफिसर प्रो. आर. एन. खरवार ने बताया कि उद्घाटन समारोह कृषि विज्ञान संस्थान के शताब्दी कृषि प्रेक्षागृह में आयोजित किया जाएगा। समारोह में उन सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति भी उपस्थित रहेंगे, जिनमें डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र स्थापित हो रहे हैं। प्रो. खरवार ने बताया कि डॉ. अंबेडकर प्रतिष्ठान तथा सभी विश्वविद्यालयों के बीच डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र व डॉ. अम्बेडकर पीठ स्थापित करने पर सहमति पत्रों पर भी हस्ताक्षर किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक सेवा परीक्षाओं के लिए विद्यार्थियों की बेहतर तैयारी के लिए डॉ. अम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र, विशेषज्ञों व पेशेवरों द्वारा विशेष व्याख्यान व सत्र भी आयोजित कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में पाठ्यक्रम तथा अध्ययन सामग्री प्रशासनिक सेवा परीक्षाओं के बदलते पैटर्न को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा।
आज़ादी का अमृत महोत्सव के मौके पर डॉ. अम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा संस्थानों में डॉ. अंबेडकर पीठ स्थापित करने के बारे में योजना बाबासाहेब डॉ. बी. आर. अंबेडकर की जन्मशती समारोह के लिए शिक्षा पर गठित उप-समिति द्वारा पहली बार वर्ष 1992 में शुरू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य देश बाबासाहेब अम्बेडकर के योगदान व जीवन को याद करते हुए उनके मूल्यों को आगे बढ़ाना था। भारत सरकार के “बाबा साहेब अमर रहें” के आह्वान की पृष्ठभूमि में आज़ादी का अमृत महोत्सव के साथ ही डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र का शुभारंभ हो रहा है, ताकि वंचित वर्ग के उत्थान के लिए बाबा साहेब की प्रेरणा के अनुरूप आगे बढ़ा जा सके।
उद्धाटन समारोह में ये रहेंगे उपस्थित त्रिवेदी ने बताया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, डॉ. अम्बेडकर प्रतिष्ठान के माध्यम से देश भर में डॉ. अम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना कर रहा है। इसमें अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को प्रशासनिक सेवा परीक्षाओं के लिए निशुल्क कोचिंग दी जाएगी। इसका उद्धाटन शुक्रवार को होगा जिसमें प्रतिमा भौमिक तथा ए नारायणस्वामी, राज्य मंत्री, सामाजिक न्याय व अधिकारिता, बीएचयू के कुलपति पद्मश्री प्रो. सुधीर कुमार जैन उपस्थिति रहेंगे।