गुवाहटी से पकड़ा गया गिरोह का सरगना राजस्थान निवासी एक बड़े तस्कर को डीआरआई की गुवाहाटी इकाई ने उसके दो सहयोगियों के साथ गत 30 मार्च को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर डीआरआई वाराणसी के सीनियर इंटेलिजेंस ऑफिसर आनंद राय ने अपनी टीम के लेख राज, मुकुंद लाल सिंह और अनंत विक्रम द्विवेदी के साथ सरगना के पिता नंदलाल को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से और उसके सहयोगी राजेश प्रजापति को वाराणसी के कैंट क्षेत्र से गिरफ्तार किया। इस तरह से गुवाहटी से लेकर वाराणसी तक 5 लोग पकड़े जा चुके हैं।
विदेशी सोना लेकर जा रहा था राजस्थान डीआरआई के सीनियर इंटेलिजेंस ऑफिसर आनंद राय ने बताया कि तस्कर गिरोह के सरगना का पिता नंदलाल दुरंतो एक्सप्रेस से कोलकाता से राजस्थान विदेशी सोना लेकर जा रहा था। उसे जब गिरफ्तार किया गया तो वह दुरंतो एक्सप्रेस के एसी फर्स्ट क्लास के कोच में यात्रा कर रहा था। गिरफ्त में आए अन्य तस्करों से भी जानकारी इकट्ठा की जा रही है और उनके द्वारा बताए गए लोगों के बारे में भी जानकारी इकट्ठा की जा रही है।
म्यांमार से लाते हैं सोना डीआरआई अफसरों के अनुसार इस बार पकड़े गए तस्कर गिरोह के सभी सदस्य राजस्थान के रहने वाले हैं। ये लोग कोलकाता और गुवाहाटी में अपना अड्डा बनाकर म्यांमार से भारत में विदेशी सोने की तस्करी करते रहे। तस्करी कर लाए गए सोने को कोलकाता, बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के बाजारों में सप्लाई किया जाता है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार यह तस्कर राजस्थान से लोगों को नौकरी के चक्कर में गुमराह कर गुवाहाटी और कोलकाता ले जाते हैं। फिर, उन्हें पैसे का लालच देकर स्मगलिंग का सोना अन्य जगहों पर पहुंचाने के लिए प्रेरित करते हैं।