बिजली बिल का भुगतान न हुआ तो काट दी बिजली बता दें कि रामनगर के टेंगरा मोड़ पर एक किराये के मकान में है ड्रग हाउस। इसका अलग से बिजली कनेक्शन है और अलग मीटर भी लगा है। यहीं पर यूपी मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन, लखनऊ से दवाओं की आपूर्ति होती है। फिर ड्रग हाउस से सभी सरकारी अस्पतालों में दवाएं वितरित की जाती है। इस ड्रग हाउस के बिजली बिल का भुगतान पांच महीने से नहीं हुआ है। इसके लिए अब जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को 20 हजार 632 रुपये का भुगतान करना है। इसके लिए मकान मालिक ने बिजली बिल के भुगतान की बात कही भी थी। बावजूद इसके बिजली बिल का भुगतान नहीं हुआ तो पिछले दिनों (16 मार्च) को ड्रग हाउस का बिजली कनेक्शन काट दिया गया। ऐेसे में आलम ये है कि ड्रग हाउस में 11 दिन से बिजली नहीं है।
बैरंग लौटाया जा रहा अस्पताल वालो को आलम ये है कि पिछले 10-11 दिन से जिले के सभी सरकारी अस्पताल (कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल, जिला अस्पताल, सीएचसी-पीएचसी) से आने वाले उन वाहनों को बैरंग लौटा दिया जा रहा है जो अस्पताल के लिए दवा लेने ड्रग हाउस पहुंच रहे हैं। ऐसे में अब इन सरकारी अस्पतालों का दवा का स्टॉक खत्म होता जा रहा है।
ड्रग हाउस में इंजेक्शन के खराब होने का खतरा
ड्रग हाउस में 11 दिन से बिजली न होने के चलते डीप फ्रीजर भी नहीं चल रहा जिसके चलते डीप फ्रीजर में रखे इंजेक्शन के खराब होने का अंदेशा पैदा हो गया है।
कलेक्टर व सीएमओ को लिखा पत्र ड्रग हाउस के बिजली बिल के शीघ्र भुगतान के लिए कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र भी लिखा गया है। लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो सका है।
“ड्रग हाउस की समस्या की जानकारी मिली है, लेकिन इस समस्या का समाधन लखनऊ से ही संभव है। ये सीएमओ के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता। जहां तक दवाओं का सवाल है तो अभी ऐसी कोई संकट की स्थिति नहीं है। “- डॉ संदीप चौधरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी