-सरदार सरोवर बांध पीड़ितों और मेधा पाटकर के उपवास के समर्थन में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने रखा एक दिन का उपवास-सरदार सरोवर बांध से लोगों की हत्या का लगाया आरोप-महिलाओं ने बढ-चढ कर लिया हिस्सा-राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम राजातालाब को सौंपा
सरदार सरोवर बांध परियोजना पीड़ितों का समर्थन करती बनारस की महिलाएं
वाराणसी/राजातालाब/रोहनियां. सरदार सरोवर बांध पीड़ितों के समर्थन में बनारस की तमाम सामजिक संस्थाओं से जुड़े लोगों और ग्रामीणों ने शुक्रवार को एक दिन का उपवास रखा। इस मौके पर उन्होंने जमकर प्रदर्शऩ भी किया। इसमें महिलाओं की भागीदारी अच्छी खासी रही। साथ ही राजातालाब एसडीएम को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। कहा कि सरदार सरोवर योजना में जब तक सभी का पुनर्वास न हो जाय तब तक बांध का जलस्तर 122 मीटर रखा जाय।
नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर द्वारा बड़वानी जिले में किए जा रहे अनशन के समर्थन में सामाजिक संगठन से जुड़े साथियों ने एक दिन का उपवास भी रखा। इस अवसर पर राजातालाब में सभा आयोजित की गई। सभा में मनरेगा मजदूर यूनियन व पूर्वांचल किसान यूनियन से जुड़े तमाम गांव के सैकड़ों मजदूर,किसान व नौजवान शामिल हुए।
ये भी पढ़ें- सरदार सरोवर बांध पीड़ितों के समर्थन में बनारस से उठी आवाज, शुरू होगा क्रमिक अनशन सभा को संबोधित करते हुए मनरेगा मजदूर यूनियन के संयोजक सुरेश राठौर ने कहा कि नर्मदा घाटी में 32 हजार परिवार सरदार सरोवर बांध से प्रभावित है। अभी तक इनका पुनर्वास नहीं हो पाया है जिसके कारण इस वर्ष अभी तक 3 किसानों की जान जा चुकी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार केवल कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से सरदार सरोवर का जलस्तर 139 मीटर तक ले जाना चाहती है, जिसके विरोध में मेधा पाटकर पीड़ित परिवारों संग अनशन पर बैठी हैं।
पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगिराज पटेल ने कहा कि ये सरकार सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना कर रही है। सर्वोच्च न्यायलय ने अपने आदेश में कहा था कि जब तक सभी का उचित पुनर्वास न हो जाये तब तक बांध का जलस्तर न बढ़ाया जाय। कहा कि वर्तमान सरकार,किसान,मजदूर विरोधी है। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी तो हमलोग मेधा पाटकर के समर्थन में सड़को पर भी उतरेंगे।
सभा को मुख्य रूप से सतीश भाई, राजेश श्रीवास्तव, राजकुमार गुप्ता, बबलू, शकुन्तला, उषा, निर्मला, चन्दा, गीता, मन्नी, मंगरा, सुनैना, महेंद्र, ओमप्रकाश, विवेक, प्रभु, अजीत, अजय, रेनू, श्रद्धा आदि ने संबोधित किया। संचालन महेंद्र राठौर ने किया।