हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तुरंत एक्शन में आ गए थे। उन्होंने सबसे पहले उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को मौके पर बनार भेजा। उसके बाद इधर मुआवजे का ऐलान किया तो उधर हादसे की जांच के लिये कमेटी बना दी। इस हिदायत के साथ कि कमेटी उन्हें 48 घंटे में हादसे की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। गुरुवार को मुख्यमंत्री को कमेटी ने रिपोर्ट सौंप दी। इसमें निवर्तमान राजन मित्तल समेत सात अधिकारियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के लिये लिखा गया था।
रिपोर्ट में जिनके नाम थे उनमें से परियोजना प्रबंधक एचसी तिवारी, पूर्व परियोजना प्रबंधक केआर सूद, सहायक अभियंता राजेन्द्र सिंह व अवर अभियंता लाल चंद को पहले ही निलंबित किया जा चुका था। रिपोर्ट आने के बाद शासन की ओर से सेतु निगम के एमडी राजन मित्तल को भी हटा दिया गया।
कारोबार प्रभावित
15 मई को फ्लाईओवर हादसे के बाद लहरतारा होकर आने वाले ट्रकों को मोहन सराय बाइपास रोक दिये जाने के चलते बीते तीन दिनों में दो से ढाई करोड़ रुपये के कारोबारी नुकसान की बात कही जा रही है। 15 मई को हादसा होने के बाद रात से ही ट्रकों को मोहन सराय बाईपास पर रोक दिया गया। आगे दो दिन भी यही हालात रहे। ट्रक एसोसिएशन की ओर से जब इस मामले को लेकर डीएम से बात की गई तब जाकर गुरुवार की देर रात ट्रकों को इंट्री मिल सकी। बता दें कि लहरतारा रोड से रोजाना बड़ी तादाद में माल बनारस आता है, इसमें कपड़ा और दवाएं आदि रोजमर्रा के सामान होते हैं।
15 मई को फ्लाईओवर हादसे के बाद लहरतारा होकर आने वाले ट्रकों को मोहन सराय बाइपास रोक दिये जाने के चलते बीते तीन दिनों में दो से ढाई करोड़ रुपये के कारोबारी नुकसान की बात कही जा रही है। 15 मई को हादसा होने के बाद रात से ही ट्रकों को मोहन सराय बाईपास पर रोक दिया गया। आगे दो दिन भी यही हालात रहे। ट्रक एसोसिएशन की ओर से जब इस मामले को लेकर डीएम से बात की गई तब जाकर गुरुवार की देर रात ट्रकों को इंट्री मिल सकी। बता दें कि लहरतारा रोड से रोजाना बड़ी तादाद में माल बनारस आता है, इसमें कपड़ा और दवाएं आदि रोजमर्रा के सामान होते हैं।