डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता वाईके गुप्ता व सुनील कुमार गुप्ता की कमेटी को हादसे की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा था इसके बाद जांच कमेटी ने हादसों की जांच कर अपनी रिपोर्ट बनायी है। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पर सीधे किसी विभाग को जिम्मेदार नहीं ठहराया है लेकिन इशारों में सेतु निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर दिया है। जांच कमेटी ने कहा कि तीन माह से सैकड़ो टन भारी बीम घिसक रही थी लेकिन किसी ने उसका निरीक्षण तक नहीं किया। बीम को पिलर पर रखते समय भी मानको की जबरदस्त अनदेखी की गयी थी। तीन माह में बीम 18 सेंटीमीटर तक घिसक गयी थी। इसके बाद भी निर्माण कार्य की नियमित मॉनीटरिंग नहीं की। यदि नियमित मॉनीटरिंग की गयी होती तो बीम घिसकने की जानकारी मिल गयी होती और हादसा होने से रोका जा सकता था।
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रही सही कसर आंधी व ट्रैफिक कंपन ने पूरी कर दी
बीम लगातार घिसक रही थी और उसी बीच आये आंधी व प्रतिदिन ट्रैफिक से होने वाले कंपन ने बीम घिसकने की रफ्तार को बढ़ा दिया। इसके चलते पिलर से बीम सड़क पर जा गिरी और उसमे दब कर 15 लोगों की मौत हो गयी। जांच कमेटी की माने तो इंजीनियर व निर्माण से जुड़े अन्य लोगों की लापरवाही के चलते ही यह हादसा हुआ है। इसके अतिरिक्त कमेटी ने यह भी माना है कि निर्माण के दौरान मानक का ध्यान नहीं रखा गया था। कमेटी ने फ्लाईओवर की मजबूती को क्लीन चिट दी है।
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बीम लगातार घिसक रही थी और उसी बीच आये आंधी व प्रतिदिन ट्रैफिक से होने वाले कंपन ने बीम घिसकने की रफ्तार को बढ़ा दिया। इसके चलते पिलर से बीम सड़क पर जा गिरी और उसमे दब कर 15 लोगों की मौत हो गयी। जांच कमेटी की माने तो इंजीनियर व निर्माण से जुड़े अन्य लोगों की लापरवाही के चलते ही यह हादसा हुआ है। इसके अतिरिक्त कमेटी ने यह भी माना है कि निर्माण के दौरान मानक का ध्यान नहीं रखा गया था। कमेटी ने फ्लाईओवर की मजबूती को क्लीन चिट दी है।
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निर्माण के दौरान मानक का नहीं रखा गया ध्यान
कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिलर पर बने बेयरिंग पर सीधे बीम को नहीं रखना चाहिए था इसकी जगह लकड़ी के गर्डर्स पर स्लीपर कास्ट किये गये होते तो बाहरी दबाव के बाद भी बीम नीचे नहीं गिरता। जांच रिपोर्ट ने हादसे का करण घोर लापरवाही माना है। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में हुई इस दुर्घटना ने यूपी सरकार को बैकफुट पर ला दिया था। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी अब देखना है कि जांच रिपोर्ट मिलने के बा सरकार किन अधिकारियों को जिम्मेदार मानते हुए क्या कार्रवाई करती है।
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कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिलर पर बने बेयरिंग पर सीधे बीम को नहीं रखना चाहिए था इसकी जगह लकड़ी के गर्डर्स पर स्लीपर कास्ट किये गये होते तो बाहरी दबाव के बाद भी बीम नीचे नहीं गिरता। जांच रिपोर्ट ने हादसे का करण घोर लापरवाही माना है। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में हुई इस दुर्घटना ने यूपी सरकार को बैकफुट पर ला दिया था। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी अब देखना है कि जांच रिपोर्ट मिलने के बा सरकार किन अधिकारियों को जिम्मेदार मानते हुए क्या कार्रवाई करती है।
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