नेपाल के अन्तिम शासक ने नेपाल में होने वाले चुनाव लड़ने का मन बनाया तो उनके चाहने वालों में खुशी की लहर दौड़ गई है। नेपाल में नवम्बर व दिसम्बर माह में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। जिसको लेकर तैयारियां चल रही हैं। सात राज्यों वाले नेपाल राष्ट्र के नेपाल मुक्ति मंच के पदाधिकारियों सहित तमाम लोगों की इच्छा थी कि राजशाही में देश के लोगों को चहेता रहे राजा अब लोकतांत्रिक व्यवस्था में भी देश की कमान संभाले। जिसको लेकर लगातार मांग की जा र ही थी। अब नेपाल के अन्तिम शासक ज्ञानेन्द्र भाई शाह टीका ने चुनाव मैदान में उतरने की मंशा जाहिर कर दी है। जिसके बाद नेपाल में उनके चाहने वालों में खुशी की लह दौड़ गई है। यह खबर मिलते ही भारत नेपाल सीमा से सटे नेपाल के कृष्णानगर कस्बा में नेपाल मुक्ति मंच के पदाधिकारियों ने विभिन्न माध्यमों से अपने खुशी का इजहार किया।
नेपाल के पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र भाई टीका ने देश की जनता की मांग पर एक बार फिर से देश के नेतृत्व के लिए राजनीति के माध्यम से आगे आने की हामी भर दी है। उनके इस कदम से नेपाल मुक्ति मंच, कपिलवस्तु जिला अध्यक्ष श्याम कुमार मिश्र के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ताओं ने कृष्णानगर स्थित गोलघर तिराहे पर एकत्र होकर मोमबत्ती और पटाखे जलाई। इस मौके पर श्याम कुमार मिश्र में कहा कि आज देश नेतृत्वविहीन हो गया है, जिससे देश में भ्रष्टाचार, हत्या, अराजकता, राजनैतिक खींचातानी बढ़ गई है। उन्होंने धर्मसंस्ति, परम्परों, राष्ट्रीय एकता बनाये रखने के लिए सभी नेपालियों से आंदोलन करने का आह्वान किया है। इस मौके पर एकीत राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रेम शंकर शुक्ल, नदीम खान, दुर्गेश त्रिपाठी, आमिर सिद्दीकी, जय प्रकाश गुप्ता सहित दर्जनों पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
by Suraj Chauhan