जाने-अनजाने में हुए पाप से मिलती है मुक्ति इस मौके पर स्वामी जितेंद्रानंद ने कहा कि मां गंगा आज के दिन सबको 10 तरह के पापों से मुक्ति देती हैं। धर्मशास्त्रों के अनुसार, गंगा दशहरा के दिन गंगाजल के सेवन अथवा गंगा स्नान करने से जाने-अनजाने में हुए पापों और कष्टों से मुक्ति मिलती है। कहा कि, मां गंगा ही आदि विशेश्वर को मुक्त कराएंगी। इस मौके पर स्वामी जितेंद्रानंद ने श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों से मां गंगा को स्वच्छ बनाए रखने का निवेदन भी किया।
ये भी पढें- गंगा दशहरा पर महासंयोग, काशी में स्नान-दान के लिए घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, शाम को मां गंगा का पूजन और भव्य आरती
ये रहे मौजूद इस मौके पर अवसर पातालपुरी के महंत बालक दास, दंडी संन्यासी प्रबंधन समिति के अध्यक्ष स्वामी विमलदेव आश्रम, कर्णघंडा के महंत ईश्वर दास, महंत अवधेश दास सहित दर्जनों दंडी संन्यासी व बैरागी संत तथा समाज विज्ञान संकाय, बीएचयू के प्रमुख प्रो अरविंद जोशी, श्रीकाशी विद्वत्परिषद के संगठन मंत्री पं. गोविंद शर्मा, डॉ सन्तोष ओझा, विपिन सेठ, आशुतोष ओझा समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।


गंगा जल संग 108 कमलदल से अभिषेक जलाभिषेक में शामिल भक्त कलश में 108 कमल का फूल रखकर हर हर महादेव के नारों के साथ बाबा का जलाभिषेक किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक महेश तिवारी ने बताया कि 2 साल से कोरोना के कारण बाबा का जलाभिषेक गंगा दशहरा पर हम लोग नहीं कर पाए । 32 बरसों से लगातार किया जा रहा है इस अवसर पर समाजसेवी रामयश मिश्रा ने कहा कि काशी के केदारखंड में रहना और बाबा का दर्शन पूजन करना बड़े ही पुण्य का काम है ।आज मां गंगा के अवतरण दिवस पर उनके जल से बाबा का जलाभिषेक कर परम सुख की प्राप्ति हुई ।हम लोगों ने बाबा से यही कामना की वह देश और प्रदेश की उन्नति एवं सुख शांति प्रदान करें।
ये रहे मौजूद जलाभिषेक में महेश तिवारी, दिनेश तिवारी, शशांक तिवारी, आदित्य तिवारी ,शंभू यादव, अजय मिश्रा रमेश तिवारी, बी एच यू आई एम एस के बृजेश यादव, विशाल सिंह, अंशु उपाध्याय ,अनिकेत यादव, युवराज मौर्य सहित 108 भक्त शामिल थे।