स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नाव के जरिये बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए स्वास्थ्य विभाग का प्रयास लगातार जारी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को नाव के जरिये बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने खुद भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर दी जा रही चिकित्सकीय सुविधाओं का जायजा लिया।
आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराईं जिले के बाढ़ प्रभावित ढेलवरिया, सूजाबाद, सामनेघाट, रमना, डाफी क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग अपने घरों में रह रहे है। ऐसे लोगों को चिकित्सकीय सुविधाओं का अभाव न हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की अलग-अलग टीम को नाव के जरिये सम्बन्धित क्षेत्रों में जीवन रक्षक दवाओं व अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं के साथ भेजा गया। नाव के जरिये पहुंची टीम ने मरीजों का उपचार करने के साथ ही उन्हें आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराईं।
सीएमओ ने भी किया दौरा बाढ़ पीड़ितों से ली स्वास्थ्यगत जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बाढ़ प्रभावित ढेलवरिया समेत अन्य क्षेत्रों का दौरा कर उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाओं की जानकारी ली। इसके साथ ही आवश्यक निर्देश दिये। सीएमओ ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को चिकित्सकीय सुविधाओं की पूरी व्यवस्था है। कहीं भी चिकित्सकीय सेवा का अभाव नहीं होने दिया जायेगा।
डिप्टी सीएमओ ने देखे मरीज उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. पीयूष राय ने बताया कि सोमवार को बाढ़ राहत शिविरों में 441 मरीज देखे गये। साथ ही ओआरएस के 307 पैकेट व क्लोरीन टेबलेट की 1950 गोलियां वितरित की गयी। इस तरह पांच दिनों में .बाढ़ राहत शिविरों में कुल 1204 मरीज देखे जा चुके है। साथ ही ओआरएस के 882 पैकेट व क्लोरीन टेबलेट की 6290 गोलियां वितरित की गयी है।
बाढ़ राहत शिविरों में सुरक्षा के साथ-साथ खाने-पीने का पर्याप्त इंतजामः कलेक्टर कलेक्टर कौशल राज शर्मा ने कहा है कि बाढ़ राहत शिविरों में सुरक्षा के साथ-साथ खाने-पीने का पर्याप्त इंतजाम किया गया है। करीब लगभग 40 बाढ़ राहत शिविर क्रियाशील कर दिए गए हैं। सेक्टर,जोनल मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है। वो दिन-रात बाढ़ पिड़ितों की मदद मे जुटे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में मवेशियों के चारे संग लोगों को बाढ़ राहत सामग्री वितरित की जा रही है। कहा कि जो लोग अपने घरों से नहीं निकल पाए और हैं प्रथम तल पर शरण लिए हैं उन्हें सप्ताह भर की खाद्य सामग्री वितरित की गई है। कलेक्टर का कहना रहा कि अब गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी दर में कमी दर्ज की जा रही है।