बीएचयू में हुये बवाल के बाद दो अक्टूबर तक विश्वविद्यालय को बंद कर दिया गया है।
छात्राओं को हॉस्टल छोड़ने का निर्देश दिया गया है। छात्राओं को उनके घर भेजा जा रहा है। छात्राओं को शाम चार बजे तक हॉस्टल खाली करने का डेड लाइन दिया गया है।
बता दें कि, प्रदर्शन कर रही छात्राओं द्वार शनिवार की रात कुलपति आवास का घेराव किये जाने के बाद छात्राओं पर लाठीचार्ज किया गया था। जिसके बाद आक्रोशित छात्रों ने जमकर आगजनी और पथराव किया था।
छात्राओं का आरोप है कि यूनिवर्सिटी कैंपस में उनके साथ लगातार छेड़खानी होती रही है। प्राक्टोरियल बोर्ड के सामने भी शोहदे छेड़खानी करते हैं। शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है।
आरोप लगा कि, छात्राएं कुछ सियासी संगठनों के इशारे पर काम कर रही है। बीएचयू वीसी भी अपनी जिद पर अड़े रहे और छात्राओं से मिलने से इनकार कर दिया। हालांकि छात्राओं ने किसी भी प्रकार के राजनीतिक समर्थन से इनकार कर दिया था।