11 मार्च को इन दोनों सीटों पर डाले गए थे वोट
फुलपुर और गोरखपुर इन दोनों सीटों पर 11 मार्च को वोट डाले गए थे। जिसमें हुई वोटिंग के अनुसार फुलपुर सीट में 38 और गोरखपुर सीट पर 49 फीसदी मतदान हुआ था। 2014 के मुकाबले इस बार लोकसभा उपचुनाव का वोटिंग प्रतिशत बहुत कम था। जिसे लेकर सभी राजनैतिक दलों में बेचैनी तेज है।
फुलपुर और गोरखपुर इन दोनों सीटों पर 11 मार्च को वोट डाले गए थे। जिसमें हुई वोटिंग के अनुसार फुलपुर सीट में 38 और गोरखपुर सीट पर 49 फीसदी मतदान हुआ था। 2014 के मुकाबले इस बार लोकसभा उपचुनाव का वोटिंग प्रतिशत बहुत कम था। जिसे लेकर सभी राजनैतिक दलों में बेचैनी तेज है।
सीएम योगी की प्रतिष्ठा दांव पर
देश में अगले साल होने वाले चुनाव को लोकसभा चुनाव से पहले इस चुनाव परिणाम को सेमीफाइनल माना जा रहा है। यह चुनाव इसलिए भी अहम है क्योंकि इन दोनों सीटों से बड़ा नाम जुड़ा हुआ है। गोरखपुर सीट से सीएम योगी आदित्यनाथ और फुलपुर सीट से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद की प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है। गोरखपुर सीट से सीएम योगी जहां पांच बार सांसद रहे हैं वही फुलपुर से पहली बार के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी के रूप में केशव मौर्या ने जीत हासिल की थी।
देश में अगले साल होने वाले चुनाव को लोकसभा चुनाव से पहले इस चुनाव परिणाम को सेमीफाइनल माना जा रहा है। यह चुनाव इसलिए भी अहम है क्योंकि इन दोनों सीटों से बड़ा नाम जुड़ा हुआ है। गोरखपुर सीट से सीएम योगी आदित्यनाथ और फुलपुर सीट से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद की प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है। गोरखपुर सीट से सीएम योगी जहां पांच बार सांसद रहे हैं वही फुलपुर से पहली बार के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी के रूप में केशव मौर्या ने जीत हासिल की थी।
बीजेपी दिग्गजों ने झोंकी थी ताकत
बीजेपी को जीत दिलाऩे के लिए भाजपा दल के सभी दिग्गजों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। यहां तक कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद पूरी कमान संभाली और जगह-जगह रैलियां की। वहीं केशव मौर्या भी रैलियां की और बीजेपी को वोट देने की अपील की थी। भाजपा के दिग्गजों ने पूरे भरोसा के साथ भाजपा के जीत पर मुहर लगा दिया है। लेकिन असल जीत तकी मुहर आज आने वाला रिजल्ट तय करेगा।
बीजेपी को जीत दिलाऩे के लिए भाजपा दल के सभी दिग्गजों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। यहां तक कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद पूरी कमान संभाली और जगह-जगह रैलियां की। वहीं केशव मौर्या भी रैलियां की और बीजेपी को वोट देने की अपील की थी। भाजपा के दिग्गजों ने पूरे भरोसा के साथ भाजपा के जीत पर मुहर लगा दिया है। लेकिन असल जीत तकी मुहर आज आने वाला रिजल्ट तय करेगा।
भाजपा-सपा के बीच मुकाबला
इन दोनो सीटों पर मुख्य मुकाबा सपा और भाजपा की बीच है। सपा के समर्थन में बसपा सहित कई अन्य छोटी पार्टियां भी हैं। 25 साल हालाकि बसपा ने अपने उम्मीदवार तो नहीं बनाएं है लेकिन सपा को समर्थन देकर मुकाबला दिलचस्प बना दिया है।
इन दोनो सीटों पर मुख्य मुकाबा सपा और भाजपा की बीच है। सपा के समर्थन में बसपा सहित कई अन्य छोटी पार्टियां भी हैं। 25 साल हालाकि बसपा ने अपने उम्मीदवार तो नहीं बनाएं है लेकिन सपा को समर्थन देकर मुकाबला दिलचस्प बना दिया है।
फुलपुर सीट से ये प्रत्याशी थे मैदान में
उत्तर प्रदेश की फूलपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा ने कौशलेंद्र सिंह पटेल, सपा प्रत्याशी नागेंद्र सिंह पटेल , कांग्रेस प्रत्याशी मनीष मिश्रा और निर्दलियों में बाहुबली अतीक अहमद को प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा था।
गोरखपुर सीट से ये प्रत्याशी थे मैदान में
गोरखपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा ने उपेन्द्र दत्त शुक्ला, सपा ने गोरखपुर से प्रवीण निषाद और कांग्रेस ने गोरखपुर से सुरहिता करीम को प्रत्याशी के रूप में उतारा था।
गोरखपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा ने उपेन्द्र दत्त शुक्ला, सपा ने गोरखपुर से प्रवीण निषाद और कांग्रेस ने गोरखपुर से सुरहिता करीम को प्रत्याशी के रूप में उतारा था।