scriptGPF-CPF scam- बिजली कर्मचारियों ने यूपीपीसीएल के चेयरमैन की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की उठाई मांग, आंदोलन जारी | GPF CPF scam Demand for dismissal and arrest of UPPCL chairman | Patrika News

GPF-CPF scam- बिजली कर्मचारियों ने यूपीपीसीएल के चेयरमैन की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की उठाई मांग, आंदोलन जारी

locationवाराणसीPublished: Nov 07, 2019 02:37:48 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

GPF-CPF scam- पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम मुख्यालय पर बिजली कर्मियों का आंदोन जारी-प्रबंधन के ट्रस्टी के रूप में शामिल आईएसएस अधिकारियों के विरुद्ध भी हो कार्रवाई-2000 में हुए समझौते की तरह कर्मचारियों की देयता के लिए सरकार जारी करे राजपत्र -कांग्रेस भी उतरी समर्थन में, जलाया पुतला

जीपीएफ सीपीएफ घोटाले का विरोध करते बिजली कर्मचारी

जीपीएफ सीपीएफ घोटाले का विरोध करते बिजली कर्मचारी

वाराणसी. GPF-CPF scam के विरोध में बिजली कर्मचारियों का आंदोलन जारी है। इस बीच विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने प्रोविडेंट फंड घोटाले की तारीखवार जमा खुलासे के अनुसार 4101 करोड़ रुपये डीएचएफएल कंपनी में वर्तमान सरकार के समय जमा करने के जिम्मेदार यूपीपीसीएल के चेयरमैन को तत्काल बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग की है। समिति के पदाधिकारियों ने यूपी सरकार से मांग की है कि वह इस मुद्दे पर जीरो टालरेन्स की नीति के तहत सख्त कार्रवाई करे।
इस बीच विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति,उप्र के आह्वान पर बनारस में भी बिजली कर्मचारयों का आंदोलन जारी है। कर्मचारी लगातार यूपी सरकार पर दबाव बनाए हुए हैं। इस कड़ी में वाराणसी के सभी अभियंता, अधिकारी लगातार पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी कार्याय के समक्ष विरोध प्रदर्शऩ कर रहे हैं। इस मौके पर मजदूर नेताओं ने कहा कि जीपीएफ और सीपीएफ के दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) में लगाए गए 4122 करोड़ रुपये के सापेक्ष लगभग 2268 करोड़ रुपये की वापसी नहीं हो पाई है। इससे कर्मचारियों की मेहनत की कमाई डूब गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि 14 जनवरी 2000 में हुए समझौते की तरह कर्मचारियों की देयता के लिए सरकार राजपत्र जारी करे ताकि कर्मचारियों का हित सुरक्षित रह सके।
जीपीएफ सीपीएफ घोटाले का विरोध करते बिजली कर्मचारी
नेताओं ने यह भी मांग की कि इतना बड़ा घोटाला बिना शीर्ष प्रबंधन की सहमति से नहीं हो सकता लिहाजा जिस प्रकार वित्त निदेशक और ट्रस्टी के पूर्व निदेशक के खिलाफ कार्रवाई की गई है उसी तरह प्रबंधन के ट्रस्टी के रूप में शामिल आईएसएस अधिकारियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाए। ऐसा इसलिए भी जरूरी है कि भविष्य में कोई नौकरशाह ऐसा करने की हिम्मत न जुटा सके। उन्होंने मांग की कि सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के भुगतान तत्काल राजाज्ञा जारी कर ट्रस्ट में 2238 करोड़ रुपये जमा कराए जाएं।
जीपीएफ सीपीएफ घोटाले का विरोध करते बिजली कर्मचारी
IMAGE CREDIT: patrika
इस विरोध प्रदर्शन को संयोजक आरबी यादव, मायाशंकर तिवारी, एआर वर्मा, एके श्रीवास्तव, आरबी यादव, जयशंकर राय, सुनील कुमार, केदार तिवारी, रमाशंकर पाल, ओपी भारद्वाज, हेमंत कुमार, विरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, संतोष वर्मा, मदन लाल श्रीवास्तव, जेपीएन सिंह, चंद्रशेखर चौरसिया, रत्नेश सेठ, नीरज कुमार, जगदीश, अनिल कुमार, संजय भारती, आरके पांडेय, राजेश कुमार गौतम, अभिषेक सिंह, जमुना पालन, राजेश कुमार, दिनेश कुमार ने संबोधित किया। अध्यक्षता एके श्रीवास्तव ने की।
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