बीते मंगलवार 6 दिसंबर को मामले की सुनवाई होनी थी। इससे पहले कोर्ट ने इन दोनों नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने के प्रार्थना पत्र पर थाने से रिपोर्ट मांगी थी। ये रिपोर्ट सुनवाई की तारीख वाले दिन 6 दिसंबर को पेश की गई। इसके चलते अब न्यायालय ने 12 दिसंबर की तारीख तय की है।
नेताओं का विवादित बयान
ज्ञानवापी परिसर और श्रृंगार गौरी केस पर सुनवाई के दौरान बयान दिया गया था। ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मिले शिवलिंग जैसे ढांचे पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा था,”हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ के नीचे पत्थर रखने से वहा मंदिर बन जाता है।” वहीं असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था,”परिसर में एक फव्वारा है नाकि शिवलिंग।”