वादी अधिवक्ता के ये हैं आरोप अधिवक्ता हरिशंकर पांडेय ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 156-3 के तहत अदालत में अर्जी दी है। वादी का आरोप है कि ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में शिवलिंगनुमा आकृति मिली है। जहां आदि विश्वेश्वर का शिवलिंग मिला है वहां नमाजी हाथ-पैर धोते है, थूकते हैं और गंदा पानी बहाया जाता है। इससे काशीवासियों के साथ ही सनातन धर्म को मानने वालों की भावना आहत हुई है। इतना ही नहीं आरोप ये भी है कि आरोपियों ने साजिशन आदि विश्वेश्वर के शिवलिंग को फौवारा तक कहा इससे भी भावनाएं आहत हुई हैं। वहीं समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बयान में कहा था कि, “पीपल के पेड़ के नीचे पत्थर रखकर झंडा लगा दो, तो वही भगवान और शिवलिंग है।” उघर सांसद असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई ने हिंदुओं के धार्मिक मामलों और स्वयंभू आदि विश्वेश्वर के विरुद्ध लगातार आपत्तिजनक बयान देकर सनातन धर्मियों की धार्मिक भावना को आहत किया है।
सांसद व विधायक से जुड़ा है मामला, इसलिए एसीजेएम पंचम की विशेष अदालत में सुनवाई एसीजेएम पंचम के अवकाश पर रहने के कारण जून में याचिका पर सुनवाई नहीं हो सकी थी। बता दें कि ये मामला सांसद और विधायक से जुड़ा होने के चलते एसीजेएम पंचम की विशेष अदालत में सुनवाई होगी।