बतादें कि तीन तलाक को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा अवैध ठहराने के बाद भी मुस्लिम समुदाय में इस कुप्रथा का प्रचलन अभी तक बंद नहीं हुआ है। फतेहपुर में विदेश रह रहे पति ने अपनी पत्नी को फोन पर तलाक दे दिया। महिला जाफरगंज थाने के दलेलखेड़ा गांव की रहने वाली है। उसकी शादी को 10 साल हो गए हैं। महिला की शादी गांव के ही ख्वाजा अली के साथ हुई थी। महिला का कहना है कि शादी के बाद से ही पति और ससुराल वाले उसे प्रताड़ित करते रहे। महिला का आरोप है कि बीते 24 नवम्बर को विदेश से ही उसके पति ने फोन कर तलाक दे दिया। जिसके बाद से पीड़ित महिला अपने 2 मासूम बच्चों के साथ जिले के अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रही है। वहीं इस मामले में एडिशनल एसपी विनोद कुमार ने बताया कि पीड़ित महिला के पति द्वारा कुवैत से फोन कर तलाक दिए जाने का मामला संज्ञान में आया है। अगर महिला की तरफ से तहरीर प्राप्त होती है तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
पहले एक बार चल चुका है केस, दहेज का आरोप
महिला का कहना है कि एक बार केस चल चुका है। जिसमें पति और पति के परिवार वाले महिला को ठीक से नहीं रखते थे। महिला ने दहेज का आरोप लगाते हुए कहा कि 10 लाख रूपये और 2 विघा खेत व मैके का मकान दहेज में मांग रहा था। न देने पर उसे छोड़ दिया था। जिसका केस चलता रहा। गांव वालों के समझौता के बाद फिर पति के घर वापस आई महिला के दो बच्चे हैं। पिता ने 2 लाख रूपये देकर बेटी को दोबारा विदा किया था। लेकिन एक साल रखने के बाद उसे विदेश से तलाक दे दिया।
महिला का कहना है कि एक बार केस चल चुका है। जिसमें पति और पति के परिवार वाले महिला को ठीक से नहीं रखते थे। महिला ने दहेज का आरोप लगाते हुए कहा कि 10 लाख रूपये और 2 विघा खेत व मैके का मकान दहेज में मांग रहा था। न देने पर उसे छोड़ दिया था। जिसका केस चलता रहा। गांव वालों के समझौता के बाद फिर पति के घर वापस आई महिला के दो बच्चे हैं। पिता ने 2 लाख रूपये देकर बेटी को दोबारा विदा किया था। लेकिन एक साल रखने के बाद उसे विदेश से तलाक दे दिया।