मामला वाराणसी के चौबेपुर थानान्तर्गत चांदपुर-मुस्तफाबाद गांव का है। 55 साल का राजेन्द्र कुमार सोनकर को अपनी पत्नी आशा पर शक करता था। उसे शक था कि उसकी पत्नी का गैर मर्दों के साथ अवैध संबंध है। इसको लेकर दोनों में विवाद भी होता था। शक में अंधे पति ने पत्नी को मौत के घाट उतारने की योजना बना डाली। आरोपित पति राजेन्द्र ने पुलिस को बताया है कि बीते 10 दिसंबर की रात को वह पत्नी आशा को खेत दिखाने के बहाने से सीवान ले गया। वहां गंड़ासे से पत्नी के सिर पर पीछे से वार कर दिया।
राजेन्द्र ने सिर्फ हत्या ही नहीं की बल्कि अपनी पत्नी को मारने के बाद उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर सीवान में फेक दिये और लौट आया। सुबह जब आशा को घर में न पाकर परिवर के लोग परेशान हो गए। बच्चों ने उसकी खोजबीन शुरू की, पर वह नहीं मिली। उधर आरोपी राजेन्द्र भी पत्नी को खोजने का बहाना करके कहीं चला गया और दो दिन तक नहीं लौटा।
जब मां नहीं मिली तो बड़े बेटे और बेटी ने चौबेपुर थाने में अपनी मां की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई। इधर दो दिन बाद 15 दिसंबर को राजेन्द्र के लौटते ही सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ में वह टूट गया और अपना अपराध स्वीकार करते हुए पत्नी की हत्या कर शव को सीवान में फेकने की बात कबूली। पुलिस ने आरोपी राजेन्द्र की निशानदेही पर गांव के सीवान से शव के कई टुकड़े बरामद किये, लेकिन मृतका का सिर नहीं मिल सका।