नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे रिपोर्ट में खुलासा नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार वाराणसी में 2020-21 में 3.9 फीसद महिलाएं जबकि 5.6 फीसद पुरुष उच्च रक्तचाप के शिकार पाए गए। इससे पूर्व 2015-16 में 0.5 फीसद महिलाओं और 0.7 फीसद पुरुष उच्च रक्त चाप के शिकार पाए गए थे।
हाइपर टेंशन के मरीजों को चिन्हित करने को खुला था एनसीडी क्लीनिक
बताया जाता है कि हाइपर टेंशन (उच्च रक्तचाप) के मरीजों को चिन्हित करने के लिए जिला अस्पताल में एनसीडी क्लीनिक खोला गया था। लेकिन बावजूद इसके उच्च रक्तचाप के मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी ही हुई। न केवल बढ़ोत्तरी बल्कि आठ गुना की वृद्धि हो गई।
बढ़ा रक्तचाप पैदा करता है कई समस्या चिकित्सक बताते हैं कि बढ़ा रक्तचाप कई तरह की समस्या को जन्म देता है। इससे रक्त वाहिकाओं में छोटे-छोटे उभार बन जाते हैं जिन्हें एन्यूरिज्म कहते है। दिल के आकार में वृद्धि हो जाती है जिससे हर्ट फेल्योर होने की आशंका रहती है। गुर्दे की रक्त कोशिकाओं को क्षति पहुंचने से किडनी काम करना बंद कर देता है। आंखों की रक्त वाहिकाएं और भी नाजुक होती हैं ऐसे में दृष्टि दोष का खतरा रहता है। इससे दृष्टि हीनता की स्थिति भी पैदा हो सकती है।
खान-पान के प्रति लापरवाही और फास्टफूड का सेवन ज्यादा हानिकारक इस संबंध में हृदय रोग विशेषज्ञों का मानना है कि आम तौर पर रक्त चाप 120/80 होना चाहिए। लेकिन मौजूदा जीवन शैली के चलते लोग खान-पान पर खास ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। यहां तक कि ज्यादातर लोग नियमित व्यायाम तक के लिए वक्त नहीं निकाल पाते। इस कारण से वजन में भी वृद्धि हो रही है। साथ ही लोग खाद्यपदार्थों में नमक का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे हैं, जो रक्तचाप में वृद्धि का कारण बन रहा है। इसके अलावा फास्टफूड का सेवन भी इसमें मददगार साबित हो रहा है।
ऐसे करें बचाव -प्रतिदिन न्यूनतम 30 से 45 मिनट व्यायाम करें
-सब्जी और फल का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें ताकि शरीर को पोटैशियम मिले
-उच्च रक्तचाप के मरीज चार ग्राम से ज्यादा नमक का सेवन न करें
-केला, संतरा, डाब का पानी आदि का सेवन करें