छात्राओं का आरोप है कि उनके छात्रावास में न खाने की बेहतर व्यवस्था है न शुद्ध पेयल जल की व्यवस्था है। वाटर प्यूरीफायर भी गड़बड़ है। वाईफाई-इंटरनेट की गति दुरुस्त है। खाने का आलम यह है कि हम लोग बीमार पड़ रहे हैं। कोई डायरिया से पीड़ित हो रहा है तो किसी को पेचिस है। अब हम यहां पढने आए हैं या रोज-रोज अस्पताल दौड़ने के लिए। उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत कई बार की गई लेकिन कोई सुनवाई ही नहीं है तो आजिज आकर रात में प्रदर्शन करने निकलना पड़ा। उन्होंने मेस महाराज को बदलने की मांग भी की।
छात्राओं की बात सुनने के बाद निदेशक प्रो पीके जैन ने तत्काल जांच कमेटी गठित कर पूरे मामले की पड़ताल करा कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। जांच कमेटी एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगी।