इस योजना का शुभारंभ आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो राजीव संगल ने मंगलवार को की। योजना के तहत किसी उपभोक्ता को यह साइकिल एक रुपये प्रति आधा घंटा की दर से उपलब्ध होगी।
अधिष्ठाता (छात्र कार्य) प्रोफेसर बीएन राय ने बताया कि वर्तमान में जूमकार ने 35 साइकिल संस्थान में उपलब्ध करा दी है। अगले महीने लगभग 65 साइकिल और आ जाएगी।
इसमें पांच स्थान हास्टल के पास और पांच स्थान शैक्षणिक क्षेत्र में चयनित हैं। अगर यह व्यवस्था सफल रही तो भविष्य में साइकिल की संख्या और बढ़ाई जाएगी।
संस्थान के छात्र संसद के उपाध्यक्ष साईं तेजा रेड्डी ने बताया कि यह साइकिल पूरी तरह से जीपीएस तकनीकी पर आधारित है। प्ले स्टोर में जाकर मोबाइल एप जूमकार डाउनलोड करना होगा।
एप में रजिस्ट्रेशन के पश्चात संस्थान में सभी साइकिल की लोकेशन मिलने लगेगी। पेटीएम से एक रुपये प्रति आधे घंटे के शुल्क जूमकार को भुगतान करने के बाद साइकिल पर उपलब्ध बारकोड मोबाइल से स्कैन करने पर साइकिल का ताला अपने आप खुल जाएगा। जिसे लेकर छात्र एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकेंगे।
जूमकार ने अपने इंजीनियर्स को संस्थान में तैनात किया है जो साइकिल में आने वाली तकनीकी समस्या और इसकी सुरक्षा के प्रति जरूरी कदम उठाएंगे।