संस्थान के निदेशक प्रो प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि अगले वर्ष आईआईटी (बीएचयू) का एनआईआरएफ रैंकिंग में इंजीनियरिंग श्रेणी में शीर्ष दस में आने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि आईआईटी (बीएचयू) का टीचिंग, लर्निंग और रिसोर्स (टीएलआर) में 68.61 अंक, अनुसंधान, पेशेवर अभ्यास एवं सहयोगी प्रदर्शन (रिसर्च, प्रोफेशनल प्रैक्टिस और कोलेबोरेटिव पर्फामेंस- आरपीसी) में 45.63 अंक, ग्रेजुएशन आउटकम (जीओ) में 77.36 अंक और आउटरीच व समावेशिता (आउटरीच एंड इन्कल्सिविटी – ओआई) में कुल अंक 53.16 हैं, पिछले वर्ष की तुलना में सभी श्रेणियों में इस वर्ष बढ़ोतरी हुई है।
ये भी पढ़ें- बीएचयू के इन शिक्षकों को सलाम, संख्या में कम, मेधा में श्रेष्ठ, लगाई थर्ड प्लेस की हैटट्रिक उन्होंने बताया कि रैकिंग में और बेहतर लक्ष्य हासिल करने के लिए चार महत्वपूर्ण घटकों पर ध्यान रखना हमारा उद्देश्य है। जिसमें पहला है शैक्षणिक स्तर पूरी तरह अपडेट हो, ताकि पठन-पाठन के नए तौर-तरीकों को क्रियांन्वित कर सकें। दूसरा, अनुसंधान, विकास और नवाचार पर जोर देना है। तीसरा, प्रायोजित संसाधनों और परामर्श परियोजनाओं को बढ़ावा देना। इससे हमें अपनी बुनियादी सुविधाओं को और अपग्रेड करने में मदद मिलेगी। साथ ही नए स्टार्ट अप पर भी फोकस करना है। ताकि यहां के छात्र नौकरी खोजने के बजाय नौकरी देने वाले ज्यादा बन सकें।
यहां यह भी बता दें कि निदेशक प्रो जैन ने पिछले साल 19वां स्थान हासिल होने के बाद ही मीडिया से कहा था कि तीन साल के भीतर संस्थान को दुनिया के टॉप संस्थानों में शामिल करेंगे।