इस अवसर पर उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने कहा कि इस कार्यक्रम का लक्ष्य भारत के उच्च शिक्षाविदों में नेतृत्व क्षमता को विकसित करना है, ताकि वे भारत में उच्चशिक्षा के उन्नयन, सम्मान, उपलब्धता और उसके गुणवत्ता के लक्ष्यों की प्राप्ति में योगदान दे सकें।
कार्यक्रम के समन्वयक एवं अधिष्ठाता प्रोफेसर राजीव प्रकाश ने बताया कि यह कार्यक्रम अकादमिक नेतृत्व के पदों के साथ उत्पन्न होने वाले विभिन्न मुद्दों को नेविगेट करने के लिए आवश्यक उपकरण और कौशल प्रदान करने के लिए बनाया गया है। दो सप्ताह के कार्यक्रम में अतिथियों को काशी भ्रमण भी कराया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन लीप के सह समन्वयक प्रोफेसर प्रदीप कुमार मिश्रा ने किया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष लीप कार्यक्रम में 28 शिक्षाविदों ने हिस्सा लिया है। इस आयोजन में आईआईटी रूड़की, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, जामिया हमदर्द डीम्ड विश्वविद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई आदि स्थिानों से शिक्षाविद शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ में मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण और बीएचयू कुलगीत से हुआ।