इस अवसर पर निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि इस करार का उद्देश्य शहर के विकास में संस्थान के शिक्षकों और छात्रों की भागीदारी को और बढ़ाना है। इस क्रम में वाराणसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा शहर के विकास के लिए बनाए गए विभिन्न प्रोजेक्ट, स्ट्रक्चरल डिजाइन की पहले संस्थान के विशेषज्ञों द्वारा तकनीकी सलाह ली जाएगी। इसके बाद संबंधित प्रोजेक्ट का क्रियान्वित होंगे। साथ ही निर्माण स्थलों पर संस्थान के विशेषज्ञों की टीम भी निरीक्षण कर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मानकों की प्रमाणिक जांच करेगी। उन्होंने बताया कि शहर के प्रबुद्धजनों के साथ संस्थान के विशेषज्ञों व अन्य अधिकारियों की बैठकों का आयोजन कर सलाह और प्रतिक्रिया भी ली जाएंगी ताकि शहर की मूलभूत समस्याओं के निवारण की सार्थक पहल की जा सके।
इस करार के तहत संस्थान के छात्रों को भी वाराणसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड में इन्र्टन करने का मौका मिलेगा। जिससे भावी इंजीनियर्स के आइडिया को भी शहर के विकास के लिए उपयोग किया जा सके। साथ ही कंपनी संस्थान के छात्रों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आइडियाथान, बिजनेस प्लान कंपटीशन का भी आयोजन करेगी जिसके द्वारा मिलने वाले नए आइडिया को शहरी विकास में उपयोग में लाया जा सके।