जानकारी के मुताबिक शहर कोतवाली क्षेत्र के पुरानी तहसील स्थित सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सचिव राजीव राय के आवास पर सुबह 6 बजे ही इनकम टैक्स के अधिकारी पहुंचे और गेट खुलवा कर अंदर चले गए। पहले लोगों ने यह समझा कि कोई पार्टी के नेता है पर घर के अंदर पहुंच कर उन्होंने बताया कि हम इनकम टैक्स ऑफिसर हैं जो यहां रेड करने आए हैं। इतना कह कर उन्होंने बाहर का गेट बंद करवा दिया।
राजीव राय के घर आयकर की छापेमारी की खबर कुछ ही देर में पूरे जिले में फैल गई और देखते ही देखते पार्टी कार्यकर्ता वहां इकट्ठा होने लगे। इसके बाद जब कर्मचारी गाड़ी से लैपटॉप वगैरह लेकर आने लगे तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोक दिया। पार्टी कार्यकरर्ताओं का कहना रहा कि पहले बैग चेक करा कर ही अंदर ले जाएं, उन्होंने यहां तक कहा कि क्या पता आप लोग ही रुपये रख दें और कह दें कि इनके पास इतने रुपये बरामद हुए हैं। इस नोकझोंक के बाद आयकर अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन को सूचना दी जिस पर कुछ ही देर में शहर कोतवाल, क्षेत्राधिकारी नगर सहित दो ट्रक पीएससी मौके पर पहुंच गई और घर को पूरी तरह से घेर लिया। इनकम टैक्स अधिकारी अभी तक अपनी कार्रवाई में लगे हुए हैं घर के बाहर समर्थक व पार्टी कार्यकर्ता जुटे हैं। राय ने बताया कि इनके बंगलुरु सहित अन्य ठिकानों पर भी सुबह से ही इनकम टैक्स की रेड जारी है।
बता दें कि राजीव राय मूलतः बलिया जिले के निवासी हैं। बंगलुरु में उनका पैरामेडिकल कालेज और संस्थान हैं, जबकि दुबई में भी उनके कुछ कारोबारी प्रतिष्ठान हैं। राय 2019 में मऊ के घोसी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े हैं। यहां के सहादतपुरा इलाके में एक मकान खरीद लिया है। इस बार घोसी से ही विधानसभा का चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।
“सपा के लगातार बढ़ते जनाधार से घबरा कर भाजपा नेतृत्व छापेमारी की कार्रवाई कर रहा है। भाजपा लोकतंत्र के जरिए नहीं बल्कि सत्ता का लाभ उठाते हुए विपक्ष को डराने-धमकाने में जुटी है। सरकारी मशीनरी का बेजा इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। सपा नेता और कार्यकर्ता इससे घबराने वाले नहीं।”-मनोज राय धूपचंडी, प्रदेश प्रवक्ता, समाजवादी पार्टी