यात्रियों को मिलेगी सटीक जानकारी
लोकेशन तैयार होते ही RDPS पर भारतीय रेलवे के ट्रैक स्थाई रूप से कनेक्ट हो जाएंगे। रूट डाटा प्रिपरेशन सिस्टम तैयार करने के लिए देशभर की रेल लाइनों की मैपिंग कराई जा रही है। ट्रैक का जीपीएस आधारित सर्वे भी हो रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे में सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। दरअसल, यात्री ट्रेन आदि की जानकारी के लिए जैसे ही किसी मोबाइल एप पर सर्च करता है सिस्टम ट्रेन या स्टेशन पर मौजूद किसी भी व्यक्ति या अन्य जीपीएस आधारित उपकरणों के जरिये कनेक्ट होकर सूचना उपलब्ध करा देता है। लेकिन जब रेलवे का रूट डाटा प्रिपेरशन सिस्टम तैयार हो जाएगा तो लोगों तक रेलवे की सही और सटीक सूचनाएं पहुंचेंगी। इस सिस्टम के जरिये सभी एलीमेंट की ग्लोबल लोकेशन प्राप्त कर ली जाएगी। मतलब आने वाले दिनों में रेलवे का पूरा सिस्टम डिजिटल प्लेटफार्म पर होगा। रूट डाटा प्रिपरेशन सिस्टम सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है। रेलवे ट्रैक के सभी परमानेंट फीचर्स के ग्लोबल कोऑर्डिनेट को रिकार्ड किया गया है। यह रेलवे के डिजिटलीकरण की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।
लोकेशन तैयार होते ही RDPS पर भारतीय रेलवे के ट्रैक स्थाई रूप से कनेक्ट हो जाएंगे। रूट डाटा प्रिपरेशन सिस्टम तैयार करने के लिए देशभर की रेल लाइनों की मैपिंग कराई जा रही है। ट्रैक का जीपीएस आधारित सर्वे भी हो रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे में सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। दरअसल, यात्री ट्रेन आदि की जानकारी के लिए जैसे ही किसी मोबाइल एप पर सर्च करता है सिस्टम ट्रेन या स्टेशन पर मौजूद किसी भी व्यक्ति या अन्य जीपीएस आधारित उपकरणों के जरिये कनेक्ट होकर सूचना उपलब्ध करा देता है। लेकिन जब रेलवे का रूट डाटा प्रिपेरशन सिस्टम तैयार हो जाएगा तो लोगों तक रेलवे की सही और सटीक सूचनाएं पहुंचेंगी। इस सिस्टम के जरिये सभी एलीमेंट की ग्लोबल लोकेशन प्राप्त कर ली जाएगी। मतलब आने वाले दिनों में रेलवे का पूरा सिस्टम डिजिटल प्लेटफार्म पर होगा। रूट डाटा प्रिपरेशन सिस्टम सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है। रेलवे ट्रैक के सभी परमानेंट फीचर्स के ग्लोबल कोऑर्डिनेट को रिकार्ड किया गया है। यह रेलवे के डिजिटलीकरण की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।