पत्रकार फ्रांसेस्का मरीनो के अनुसार उन्होंने बनारस के एक परिवार के दो बच्चों राम और संध्या को गोद लिया था और उन्हें इटली लेकर आईं। उनकी सहमति नहीं होने के बाद भी राम ने बनारस में ही शादी की, मगर उसकी पत्नी ने इटली जाने से मना कर दिया। कुछ दिन बाद राम की पत्नी के परिजनों ने कहा कि पैसे मिल जाएं तो वह तलाक दे देगी, मगर इस पर भी बात नहीं बनीं। युवती के परिवार वालों ने राम को परेशान किया तो उन्होंने भेलूपुर थाने में संपर्क किया।
फ्रांसेस्का ने भेलुपुर थाने की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए ट्वीट किया कि पुलिस मामले को खत्म करने के लिये राम से पैसे की मांग की और परिजनों से बदसलूकी की और उसे एफआईआर की कॉपी तक नहीं दी गई । फ्रांसेस्का ने इसके अलावा भी कई सवाल उठाये हैं।
वहीं इस मामले में एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने कहा कि इस तरह का कोई प्रकरण हमारे पास नहीं आया था, फ्रांसेस्का को ट्वीट कर कहा है कि वह हमारे सीयूजी नंबर पर संपर्क करें या किसी को ऑफिस भेज दें तो प्रकरण की सुनवाई कर उचित कार्रवाई होगी।