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वाराणसी जिला जेल बवाल- जेलर ने मुंह खोला तो हुआ निलंबित

locationवाराणसीPublished: Apr 07, 2016 12:24:00 pm

Submitted by:

Devesh Singh

जानिए क्यों नहीं थम रहा बवाल

Jail

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वाराणसी. जिला जेल बवाल के बाद मची रार थमने का नाम नहीं ले रही है। डीआईजी जेल ने अभी तक अपनी जांच पूरी नहीं की है और पहले ही जांच पर सवाल खड़े करने वाले जेलर को निलंबित कर दिया गया है। जेल के नये घटनाक्रम से साफ जाहिर होता है कि बंदियों से अधिक जेल प्रशासन में गुटबाजी थी। 
एडीजी/ आइजी जेल देवेन्द्र सिंह चौहान ने जेलर विजय कुमार राय को निलंबित कर दिया है। पिछले एक सप्ताह के अंदर जेलर पर दूसरी बार कार्रवाई की गयी है। जिला जेल में बवाल के बाद जेलर विजय राय को हटाया गया था और वहां से उन्हें इलाहाबाद जेल कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया था। इसके बाद जांच तक कोई कार्रवाई नहीं होने आसार बन गये थे, लेकिन जेलर ने बयान जारी कर खुद के लिए मुसीबत मोल ली है। जेलर का बयान आने के बाद ही उन्हें निलंबित किया गया है और कारण बताया गया है कि हंगामे के बाद बंदियों ने रात में जेलर के समर्थक में नारे लगाये थे।
क्या कहा था जेलर ने
जेलर विजय राय ने डीआईजी जेल एसके श्रीवास्तव की जांच पर सवाल खड़े किये थे उन्होंने कहा था कि डीआईजी जेल एसके श्रीवास्तव जेल अधीक्षक आशीष तिवारी के सहयोगी है और वह निष्पक्ष ढंग से जांच नहीं कर पायेंगे। यह बयान आने के बाद ही जेलर को निलंबित किया गया है।
जेलर के बयान ने दी गुटबाजी को हवा
जेलर के बयान ने जेल में अधिकारियों की बीच व्याप्त गुटबाजी को हवा दी है। जेलर ने यह क्यों कहा कि डीआईजी जेल व जेल अधीक्षक में अच्छी समझ है इसलिए जांच रिपोर्ट निष्पक्ष नहीं हो पायेगी। जेलर के बयान से इस बात के संकेत मिलते है कि जेल अधीक्षक की भूमिका सही नहीं थी और जांच में सही बात सामने आ नहीं पायेगी। जेलर के बयान का एक और मतलब निकलता है कि जेल अधिकारियों के बीच जो खाई थी उसका खुलासा डीआईजी जांच की रिपोर्ट में हो जायेगा।
अब जांच रिपोर्ट बनाने में होगी आसानी
जेलर के निलंबित हो जाने के बाद जांच रिपोर्ट को बनाने में आसानी होगी। जेल के आला अधिकारियों ने जेलर की भूमिका को सही नहीं पाया है इसलिए उन्हें जांच रिपोर्ट आने से पहले अन्य कारणों का हवाला देते हुए निलंबित किया गया है। यदि अब जांच रिपोर्ट में जेलर को दोषी भी ठहराया जाता है तो अधिक सवाल नहीं खड़े नहीं होगे। कुल मिला कर सभी निगाह डीआईजी जेल की जांच रिपोर्ट पर टिकी हुई है उसके बाद ही अधिकारिक रूप से आगे के तथ्य सबके सामने आयेंगे।
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