पत्रिका से बातचीत में हिमांशु ने यह कहा जैसे ही अपने ट्वीट में आतिश तासीर ने हिमांशु उर्फ गोलू तिवारी का नाम लिखा। पत्रिका ने बिना देर किये हिमांशू से मोबाइल पर बात की। हिमांशु ने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि बनारस में सरकार ने मंदिर नहीं तुड़वाये हैं। पर हां मैंने किसी भी बातचीत में गजनी से पीएम मोदी की तुलना नहीं की है न ही मैंने गजनी का नाम लिया है। हिमांशु ने ये भी साफ कहा कि आतिश तासिर गजनी का नाम अपनी तरफ से जोड़ रहे हैं। ये ठीक नहीं है।
जानिए आतिश तासीर ने क्या कहा था बतादें कि सोमवार को ट्वीट करते हुए पाकिस्तानी पत्रकार आतिश तासिर ने लिखा था कि औरंगजेब को भूल जाइये, गजनी के बाद सबसे ज्यादा मंदिर किसी ने तुड़वाये हैं तो वह मोदी हैं । तासीर ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि वह बनारस में मोदी द्वारा बनवाए जा रहे कॉरिडोर के बारे में बात कर रहा था, एक मंदिर के लिये शहर की पुरानी पहचान को खत्म किया जा रहा है। हालांकि इस ट्वीट के बाद आतिश सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गये हैं । लोगों ने उन्हें सलाह देते हुए कहा कि वह शहर को आकर देखें, यहां सिर्फ अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई हो रही है । वहीं एक अन्य यूजर ने कॉपी पेस्ट ना करने की सलाह देते हुए वास्तविकता जानने की कोशिश करने की सलाह दी थी।
कौन हैं आतिश तासीर बतादें कि आतिश तासीर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के पूर्व गर्वनर सलमान तासिर और भारत की जानी मानी पत्रकार तवलीन सिंह के बेटे हैं। अभी कुछ दिन पहले वो अमेरिका की प्रतिष्ठित मैगजीन टाइम में लेख लिखते हुए पीएम मोदी को डिवाइडर आॅफ चीफ बताया था। जिसे लेकर बड़ा विवाद खड़ा हुआ था। हालांकि इस मैगजीन ने बाद में यू टर्न ले लिया था।