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BHU बवाल मामले की न्यायिक जांच फिर से शुरू

locationवाराणसीPublished: Dec 06, 2017 09:05:03 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज न्यायमूर्ति वीके दीक्षित पहुंचे विश्वविद्यालय।

बीएचयू बवाल फाइल फोटो

बीएचयू बवाल फाइल फोटो

वाराणसी. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में छात्राओं पर लाठीचार्ज मामले में एक बार फिर न्यायिक जांच शुरू हो गयी है। विश्वविद्यालय द्वारा गठित एक सदस्यीय न्यायिक जांच टीम ने आज से इस पूरे मामले में अपनी जांच प्रारम्भ की है। मामले की जांच के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज वी के दीक्षित बुधवार को विश्वविद्यालय पहुंचे और पूरे मामले की जांच नए सिरे से शुरू की।
वीके दीक्षित
बीएचयू के लक्ष्मण दास अतिथि गृह में जांच अधिकारी वीके दीक्षित से मिलकर कुछ छात्र छात्राओं ने मुलाक़ात भी की। बता दे की अगले दो दिनों तक न्यायिक जांच टीम परिसर में रहकर इस मामले में छात्र छात्राओं का पक्ष जानने का प्रयास करेगी। फिर अपनी रिपोर्ट विश्वविद्यालय को सौपेगी। वी के दीक्षित इसके पहले भी इस मामले में जांच के लिए BHU आ चुके है। लेकिन छात्र छात्राओं के बयान ना दर्ज कराने के कारण दो दिन रुकने के बाद उन्हें वापस जाना पड़ा था।
क्या है मामला


गत 21 सितम्बर को छेड़छाड़ के विरोध में सैकड़ों छात्राएं धरना-प्रदर्शन कर रहीं थीं और कुलपति को बुलाने की मांग पर अड़ी थीं। उस दौरान तत्कालीन कुलपति छात्राओं से मिलने सिंह द्वार पर नहीं गए ऐसे में 23 सितम्बर की रात छात्राएं और कुछ छात्र वार्ता के लिए कुलपति आवास पहुंचे। वहां पहले से मौजूद सुरक्षाकर्मी छात्रों के देखते ही भड़क गए। दोनों पक्षों में नोकझोंक हुई फिर सुरक्षाकर्मियों ने उन पर लाठीचार्ज कर दी। इस लाठीचार्ज में कई छात्राएं भी जख्मी हो गईं। इसके बाद से हालात बेकाबू हो उठे। पूरी रात तोड़फोड़, पथराव और आगजनी के बीच पुलिस और छात्रों के बीच गोरिल्ला युद्ध चलता रहा। पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। तनाव को देखते हुए बीएचयू परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। देर रात चले सर्च आपरेशन के बाद महिला छात्रवास समेत तमाम हॉस्टलों से खाली करा लिए गए और कैम्पस को दो अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया गया और BHU कुलपति को छुट्टी पर भेज दिया और अब BHU कुलपति का कार्यकाल भी समाप्त हो गया है।
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