काशी विद्यापीठ के छात्रों का आरोप है किे बीएचयू वीसी प्रो.जीसी त्रिपाठी के कार्यकाल परिसर में असुरक्षा का माहौल व्याप्त हो गया है। परिसर में आये दिन छात्राओं के साथ छेडख़ानी की जाती है और प्रोक्टोरियल बोर्ड जिम्मेदार लोगों को पकडऩे की जगह छात्राओं को ही धमकी देते हैं। छात्राओं ने कहा कि पिछले दो दिन से छात्राओं ने आंदोलन किया हुआ है। छात्राएं भूख हड़ताल पर चली गयी है। इसके बाद भी बीएचयू के वीसी ने आंदोलनरत छात्राओं की सुधि नहीं ली है। छात्राओं का आरोप है कि दोषी छात्रों को पकडऩे की जगह बीएचयू प्रशासन आंदोलन के पीछे राजनीति होने का बयान दे रहा है। इससे साफ हो जाता है कि बीएचयू प्रशासन घटना को लेकर कितना गंभीर है। छात्राओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही छात्राओं की मांग नहीं मानी जाती है तो हम लोग भी सड़क पर उतर कर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। पुतला दहन में कृष्णवीर सिंह, विकास चौहान, अभिषेक गिरी, दयाशंकर यादव, मनीष सोनकर, महेश सिंह आदि छात्रनेता शामिल थे।
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छात्राओं के आंदोलन के चलते पीएम मोदी की फ्लीट को बदलना पड़ा था रास्ता
बीएचयू में गुरुवार की रात को छेडख़ानी की घटना के विरोध में छात्राओं ने धरना देना आरंभ किया था और शुक्रवार की रात को पीएम मोदी को इसी रास्ते से होकर दुर्गा मंदिर में दर्शन करने जाना था। छात्र व छात्राओं के आंदोलन को देखते हुए एसपीजी को पीएम मोदी की फ्लीट का रास्ता तक बदलना पड़ा था इसके बाद भी बीएचयू प्रशासन ने छात्राओं के आंदोलन को खत्म करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
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बीएचयू में गुरुवार की रात को छेडख़ानी की घटना के विरोध में छात्राओं ने धरना देना आरंभ किया था और शुक्रवार की रात को पीएम मोदी को इसी रास्ते से होकर दुर्गा मंदिर में दर्शन करने जाना था। छात्र व छात्राओं के आंदोलन को देखते हुए एसपीजी को पीएम मोदी की फ्लीट का रास्ता तक बदलना पड़ा था इसके बाद भी बीएचयू प्रशासन ने छात्राओं के आंदोलन को खत्म करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
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