वीडियो कान्फ्रेंसिंग के ज़रिये प्रधानमंत्री ने काशी में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर निर्माण कार्य के बारे में भी जाना। उन्होंने ड्रोन से तैयार कॉरिडोर का लेआउट भी देखा। उन्होने इसके प्रचार प्रसार के लिए मंदिर ट्रस्ट तीर्थ यात्रियों की सुविधा के मुताबिक मार्ग का नक्शा भी तैयार करने को भी कहा।
प्रधानमंत्री ने काशी का विश्व धरोहर के रूप में प्रचार करने के लिये प्रयासों पर बल दिया। गंगा आरती का बड़ी बड़ी स्क्रीनों के ज़रिये टेलीकास्ट के काम में तेज़ी लाने को कहा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत दशाश्वमेध घाट पर एलईडी के ज़रिये गंगा आरती प्रसारण की योजना बनायी गयी है, जिसका संचालन पीपीपी मॉडल पर होगा।
पीएम ने इस बात पर ज़ोर दिया कि काशी को अगर पर्यटन के रूप में विकसित करना है तो इसे स्वच्छता के सभी मानदंडों पर भी खरा उतरना होगा। उन्होने इसके लिए निर्देश देते हुए ओडिएफ प्लस पांव के लिये तकनीक का इस्तेमाल करने को कहा। उन्होने कहा कि सफाई से वातावरण तो सकारात्मक होता ही है, यह लोगों की सेहत के लिये भी ज़रूरी है।