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राजपथ पर दिखेगी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की झांकी, वाराणसी के घाटों की भी झलक

locationवाराणसीPublished: Jan 25, 2022 01:33:59 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

नए रुप और नए कलेवर में तैयार हुए श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की झांकी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड में दिखाई जाएगी। बाबा के धाम की झांकी और बनारस के घाट पर संस्कृति की झलक को प्रमुख रूप से शामिल किया जाएगा। काशी की संस्कृति के साथ ही बाबा के धाम का आकर्षण हर किसी को आकर्षित करेगा।

Kashi Vishwanath Dham Tableau will be Shown in Republic Day Parade

Kashi Vishwanath Dham Tableau will be Shown in Republic Day Parade

नए रुप और नए कलेवर में तैयार हुए श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की झांकी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड में दिखाई जाएगी। बाबा के धाम की झांकी और बनारस के घाट पर संस्कृति की झलक को प्रमुख रूप से शामिल किया जाएगा। काशी की संस्कृति के साथ ही बाबा के धाम का आकर्षण हर किसी को आकर्षित करेगा। यह दूसरा अवसर होगा जब वाराणसी से जुड़ी झांकी गणतंत्र दिवस की परेड में दिखाई जाएगी। इसके पहले महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की झांकी को गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल किया जा चुका है। सोमवार को रिहर्सल के दौरान गंगा स्नान करते हुए साधु और पूजन करते हुए बटुकों का दल झांकी का हिस्सा रहा। झांकी में बाबा विश्वनाथ के दरबार के साथ ही धर्म नगरी काशी की परंपरा, कला और संस्कृति की झलक भी दिखेगी।
13 दिसंबर पीएम मोदी ने किया था लोकार्पण

प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 में काशी विश्वनाथ धाम का शिलान्यास किया था। 13 दिसंबर, 2021 को 700 करोड़ की लागत से श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया था। काशी विश्वनाथ धाम 33 महीने में बनकर तैयार हुआ है। धाम में मकराना, कोटा, ग्रेनाइट, बालेश्वर, चुनार, मैडोना स्टोन, मार्बल सात तरह के पत्थर इस्तेमाल हुए हैं। काशी विश्वनाथ धाम के गंगा छोर पर गेटवे ऑफ कॉरिडोर बना है। सड़क से गंगा तक मणिकर्णिका घाट जलासेन और ललिता घाट तक 50,200 वर्ग मीटर में विस्तारित कॉरिडोर बना है। जलासेन घाट पर बनाए जा रहे गेट को खास रूप दिया गया है। मंदिर परिसर में प्रवेश के लिए चार द्वार बनाए गए हैं। बाबा विश्वनाथ धाम का 50,200 वर्ग मीटर जमीन में बन रहा है। अभी दूसरे चरण का काम बाकी है।
काशी विश्वनाथ धाम परियोजना का काम दो चरणों में पूरा हो रहा है। पहले चरण का काम पूरा हो चुका है। दूसरे चरण का काम बाकी है। मंदिर चौक से विश्वनाथ धाम परिसर के साथ ही गंगा दर्शन किए जा सकेंगे। दूसरे चरण में जलासेन घाट और ललिता घाट से रैंप, आदि का निर्माण किया जा रहा है।

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