महंत डॉ. तिवारी ने कहा कि लंबे समय से मन्दिर बन्द होने से काशीवासियों के साथ ही अन्य लोग भी व्यथित हैं। इसे देखते हुए अब गंगा दशहरा के दिन यानि एक जून से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएं। उन्होंने बताया की गंगा दशहरा के पुनीत तिथि पर बाबा काशी विश्वनाथ का पट खुला तो लोगों को बड़ी खुशी होगी।
लगातार उठ रही मांग बता दें कि लॉकडाउन तीन व चार में ढील मिलने के साथ से ही प्रदेश में मठ मन्दिरों और धार्मिक स्थलो को खोलने की माँग लगातार की जा रही है। 1 जून से कर्नाटक के मंदिरों को खोलने के फैसले के बाद काशी में भी मंदिरों को खोलने की मांग बढ़ी है।
विद्वत परिषद ने पहले ही की थी मांग बता दें की काशी विद्वत परिषद ने भी दो दिन पहले कहा की देवालयों में सोशल डिस्टेंसिंग सेनेटाइजेशन साफ सफाई की सुविधा कद साथ मन्दिर जल्द खुलें तो अच्छा होगा। उन्होंने कहा की हम लगातार मंदिरों के महंत पूजारियों से बात कर रहे हैं इस पर काम किया जा रहा है की मन्दिर खुलें तो लोगों की सुरक्षा पर किसी तरह का खतरा न हो। संक्रमण से बचाव के लिए मन्दिर प्रशासन कहीं भी कमी नहीं छोड़ेगा इसके लिए हम सभी से बात कर रहे हैं।