अन्य देव विग्रहों को संरक्षित करने
अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी सर्वे रिपोर्ट लीक मसले पर देंगे प्रार्थना पत्र
ज्ञानवापी परिसर के तहखाने के वीडियो और सर्वे रिपोर्ट वायरल होने के मसले पर अदालत को अलग से प्रार्थना पत्र देकर जांच की मांग करेंगे।
-मंदिर के महंत डॉ कुलपति तिवारी के ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग के पूजन-अर्चन की इजाजत पर दायर हो सकती है याचिका
बता दें कि गत 18 अगस्त 2021 को दिल्ली निवासी राखी सिंह तथा बनारस की चार महिलाओं लक्ष्मी देवी, रेखा पाठक, मंजू व्यास और सीता साहू ने ज्ञानवापी परिसर स्थित मां शृंगार गौरी की प्रतिदिन पूजा-अर्चना करने एवं परिसर स्थित अन्य देव विग्रहों को सुरक्षित रखने की मांग वाली याचिका सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर की अदालत में दायर की थी वादी पक्ष की अपील पर सुनवाई करते हुए अदालत ने मौके की वस्तुस्थिति जानने के लिए वकील कमिश्नर नियुक्त करने का आदेश जारी किया। दो चरणों में पांच दिन तक ज्ञानवापी परिसर का सर्वे हुआ। सर्वे को लेकर भी अंजुम इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने विरोध जताया। वो सुप्रीम कोर्ट तक गए जहां से केस सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत से जिला जज की अदालत में स्थानांतरित किया गया।