73 किलोमीटर लम्बे इस सिक्सलेन के साथ ही बनारस से एक और नेशनल हाइवे जुड़ गया है। नेशनल हाइवे 2 से कटकर यह हाइवे एनएच-19 वन के नाम से जाना जाएगा। 73 किलोमीटर लंबे इस सिक्सलेन का पीएम ने सोमवार को लोकार्पण किया। यह सिक्स लेन चार जिलों को जोड़ता है। वाराणसी, मिर्जापुर, भदोही और प्रयागराज के लोगों को इसका सीधा फायदा मिलेगा। नेशनल हाइवे से दिल्ली और कोलकाता की ओर से आने-जाने वालों को भी इससे आसानी होगी। यह गंगा एक्सप्रेसवे को भी वाराणसी से जाेड़ेगा।
छह लेन के एनएच- 19 वन के बन जाने से प्रयागराज से वाराणसी के आवागमन तो बेहद आसान हुआ ही है, सावन के दिनों मे कांवड़ियों और आम लोगों को होने वाली परेशानी का भी समाधान हुआ है। अब तक फोर लेन का एक लेन पूरे सावन महीने के लिये कांवड़ यात्रा के चलते वाहनो के आवागमन के लिये बंद कर दिया जाता था, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या सामने आती थी। अब इससे निजात मिलेगी। इसके अलावा काशी और प्रयागराज के मंदिर व धार्मिक स्थलों के साथ ही मिर्जापुर के मां विंध्यवासिनी और भदोही के सीतामढ़ी स्थित सीता समाहित स्थल मंदिर जाना बेहद आसान हो जाएगा।
काशी से प्रयागराज सिक्स लेन से जुड़ने के बाद बीच में पड़ने वाले महत्वपूर्ण क्षेत्रों में जाम की समस्या से निजात मिलेगी। राजातालाब, मिर्जामुराद, कछवांरोड, महाराजगंज, औराई, गोपीगंज, जंगीगंज, भीटी, बरौत समेत हंडिया में भीषण जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा। कार या वाहन से बड़े ही आसानी से काशी से प्रयागराज का सफर मात्र दो घंटे में पूरा किया जा सकेगा। इतना ही नहीं सुल्तानपुर, आजमगढ़ और गाजीपुर से आने वाले भारी वाहन बिना शहर में आए सीधे सिक्स लेन हाइवे से निकल सकेंगे।
वाराणसी-प्रयागराज 6-लेन की खास बातें