जाने इस अपराधी के बारे में सबकुछ जो बन सकता है उत्ताधिकारी
मुन्ना बजरंगी गैंग की कमान 50 हजार के इनामी बीकेडी को मिल सकती है। सूत्रों की माने तो जौनपुर निवासी के साथ दो बार बीकेडी ने जेल में जाकर सुपारी किंग से मुलाकात की थी। खास बात है कि, बृजेश सिंह से सीधी अदावत रखने वाला बीकेडी की फोटो, पता व ठिकाने की जानकारी तक पुलिस प्रशासन के पास नहीं है। सूत्रों के अनुसार, मुन्ना बजरंगी की मौत के बाद शूटर अब बीकेडी से जुडऩे लगे हैं। बीकेडी को शूटरों की फौज मिल रही है, जिससे वह ताबड़तोड़ अपराध को अंजाम दे सकता है।
पुलिस विभाग के सूत्रों की माने तो बीकेडी सिर्फ अपने परिजनों की मौत का बदला बृजेश सिंह से लेना चाहता है। इसके अतिरिक्त जरायम की दुनिया में रंगदारी, हत्या आदि मामलों में वह सक्रिय नहीं है। ऐसे में अपना बदला लेने के लिए मुन्ना बजरंगी गैंग की कमान भी संभाल सकता है। बीकेडी को पहले भदोही के बाहुबली विधायक का साथ मिला था। बाद में पर्दे के पीछे से मुख्तार अंसारी का समर्थन भी बीकेडी को मिल गया था।
50 हजार इनामी बीकेडी बीकेडी का पूरा नाम इन्द्रदेव सिंह है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार बृजेश सिंह के पिता की हत्या बीकेडी के परिवार के सदस्यों ने की थी। पिता की हत्या का बदला लेने के लिए ही बृजेश सिंह जरायम की दुनिया में आये थे। बृजेश सिंह ने बीकेडी के पिता हरिहर सिंह को मार कर अपने पिता का बदला लिया था। बीकेडी जब बड़ा हुआ तब से अपने पिता की हत्या का बदला बृजेश सिंह से लेना चाहता है। बृजेश सिंह ने भी नहीं सोचा होगा कि, कभी बीकेडी उनसे बदला लेने के लिए जरायम की दुनिया में उतर जायेगा। बीकेडी ने बृजेश सिंह के चचेरे भाई सतीश सिंह की हत्या कर खलबली मचा दी थी। बृजेश सिंह के बेहद खास रहे रामबिहारी चौबे की हत्या में भी बीकेडी का नाम आया था। बाद में पुलिस ने बृजेश सिंह के भतीजे व बीजेपी विधायक सुशील सिंह के खास लोगों को ही इस हत्याकांड का आरोपी बनाया है। बृजेश सिंह के खास अजय खलनायक में जानलेवा हमले में भी बीकेडी के शामिल होने की बात कही जा रही थी। बीकेडी की सूचना पुलिस के पास नहीं है। अभी बीकेडी पर पचास हजार का इनाम है, जिसे बढ़ा कर दो लाख करने के लिए शासन में प्रस्ताव भेजा गया है। बीकेडी ने मुन्ना बजरंगी गैंग की कमान संभाल ली तो बृजेश सिंह को झटका लगना तय माना जा रहा है।