अपना दल अध्यक्ष ने वाराणसी की रैली में केंद्र की भाजपा सरकार पर बोला हमला, बोलीं...
रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य व किसान हितों के साथ लोकतंत्र के मुद्दे पर लोकसभा चुनाव लड़ेगा अपना दल।

वाराणसी. अपना दल की रविवार को बनारस में हुई रैली में पार्टी अध्यक्ष कृष्णा पटेल केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर बरसीं। उन्होने नौजवानों को ललकारा। कहा कि यही भाजपा के लोग हैं जिन्होंने पांच साल पहले वादा किया था कि हर साल देश के दो करोड़ नौजवानों को नौकरी दी जाएगी। लेकिन 2014 से 2019 आ गया मिला कुछ नहीं। उन्होंने नारा दिया, नौजवान हाथों को काम नहीं तो सरकार नहीं।
रविवार को दोपहर बाद मीरापुर बसही में जिला कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कृष्णा पटेल ने कहा कि जिन लोगों ने डॉ सोनेलाल पटेल की विचारधारा को तोड़ने का प्रयास किया है, जनता उनको देख रही है, समझ रही है, सबका हिसाब होगा। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में चारों तरफ अराजकता का माहौल है, कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है, अपराधी बेलगाम हो गये हैं। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में विगत दिनों इलाहाबाद में मेडिकल छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म किया गया और सत्ताधारी नेता आरोपियों को बचाने में लगे हैं। वहीं वाराणसी में गहरे सीवर की सफाई में मजदूरों की मौत ने सरकारी दुर्व्यवस्था की कलई खोल दी।
उन्होंने कहा कि अपना दल की लड़ाई बेरोजगारी के खिलाफ है, क्योंकि ये बेरोजगारी आदमी से उसके सम्मान से जीने का अधिकार भी छीन लेती है, जब रोजगार मिल जाएगा तो हमें संम्मान से जीने का अधिकार भी मिल जाएगा। देश में वर्तमान समय में लगभग 18 करोड़ से अधिक युवा बेरोजगार है जो अभी भी रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं और अपने भविष्य को अंधेरे में तलाश रहे हैं। रोजगार की बेबसी का आलम ये है कि लगभग 40 करोड़ से अधिक लोग भारत में लगभग 5500 रुपये प्रतिमाह की नौकरी करने को मजबूर हैं। ऐसे में सोचिये कि वो क्या खाएंगे और अपने बच्चों को क्या पढ़ाएंगे?
अद नेता ने कहा कि किसानों की बदहाली खत्म करने के लिए देश में एक सक्रिय किसान आयोग का गठन अतिआवश्यक है। इस आयोग को निर्णय लेने के अधिकार प्रदत्त होने चाहिए। गांवों में रहने वाले खेतिहर मजदूरों व किसानों आय सम्मानजनक करना, देश भर में असंगठित क्षेत्रों में कार्यरत लोगों को जीवन में शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध कराना ही आगामी आम चुनाव के असली मुद्दे है। इसलिए हम रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं की सर्वसुलभता व लोकतंत्र के मुद्दों पर संघर्ष तेज करेंगे। "रोजगार नहीं तो सरकार नही" के नारे के साथ आगामी आम चुनाव में भाग लेंगे। सूबे के तीस लोकसभा सीट पर पूरे दमखम से प्रत्याशी उतारने की तैयारी की जा रही है।
सम्मेलन में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राधेश्याम पटेल, गगन प्रकाश यादव, राजेश पटेल, महेन्द्र प्रताप मौर्य, राजनाथ राजभर, पंकज सेठ, कन्हैयालाल पटेल एडवोकेट, श्रीमती श्यामरथी देवी, गुरुपुरन पटेल, रामलाल पटेल, दिलीप सिंह पटेल, गौरीशंकर पटेल, उमेश मौर्य, सुभाष सोनकर, किशन पटेल, शमशेर बहादुर सिंह, भइयालाल, जितेन्द्र मौर्य कंचन, राजा हाशमी, मो. सादिक, शिवशंकर पटेल, जयहिन्द पटेल, पन्नालाल कवि, हर्षित सिंह, शिवनायक पटेल, राजकुमार पटेल (जिला पंचायत सदस्य), रवि प्रकाश, विजय भगत, बलराम पटेल (पूर्व जिला पंचायत सदस्य)आदि ने विचार व्यक्त किया। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सुनील सिंह ने की जबकि संचालन जिला महासचिव रामलखन पाल ने किया।
अब पाइए अपने शहर ( Varanasi News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज