मऊ ज़िले में अब तक मिले 167 कोरोना पॉज़िटिव में से 65 अकेले शहर एरिया में मिले हैं। तेज़ी से बढ़ती संक्रमितों की संख्या के चलते कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए डीएम ने सोमवार से 15 दिन का लॉक डाउन लगा दिया है। डीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि शहर में लोगों की ओर से बरती जा रही लापरवाही के कारण कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। कंटेनमेंट ज़ोन घोषित होने के बाद भी लोग लापरवाही कर रहे थे। सब्जियां मुहल्ले में ठेले से पहुंचेंगी और दवा को छोड़कर सभी दुकानें बंद रहेंगी।
इसी तरह बलिया में भी संक्रमण के मामलों को देखते हुए 10 जुलाई तक शहर की सभी दुकानों को पूरी तरह से बंद करा दिया गया है। वहां निषेधाज्ञा लागू करने के साथ ही कई पाबंदियां लगाई गई हैं। बलिया में सीओ और डॉक्टर भी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। यहां अब तक 170 लोगों की रिपोर्ट पॉज़िटिव आ चुकी है। 102 ठीक हो चुके हैं।
उधर वाराणसी में कतुआपुरा स्थित किराना मंडी को ज़िला प्रशासन ने 13 जुलाई तक बंद कर दिया है। यहां के व्यापारी के संक्रमित होने के बाद यह फैसला लिया गया है। वाराणसी किराना व्यवसाय समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय ने बताया है कि एहतियात के तौर पर किराना मंडी बंद रखी जाएगी। पूर्वांचल की किराना मंडी होने की वजह से सिर्फ वाराणसी ही नहीं आसपास के जिलों से भी व्यापारी आते हैं। व्यवसाई आते हैं। इसलिये संक्रमण फैलने का डर है।
बनारस में कोरोना मरीजों लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए फिर से लॉकडाउन की मांग हो रही है। काशी खाद्य व्यापार मंडल की ओर से डीएम को पत्र लिखकर कम से कम एक हफ्ते तक संपूर्ण बंदी की मांग की है। बताते चलें कि वाराणसी में संक्रमितों की संख्या अब तक 627 हो चुकी है, जबकि अब तक 23 की मौत हो चुकी है। मरीज़ों की संख्या पिछले दस दिनों में तेजी से बढ़ी है। इसके चलते बनारस में कोरोना के एल 1 और एल 2 अस्पताल फुल हो चुके हैं। नए मरीज़ों को डीएलडब्ल्यू शिफ्ट किया जा रहा है।