जिला निर्वाचन विभाग की ओर से की गई तैयारी के तहत हर विधानसभा क्षेत्र में सखी बूथ होगा। साथ ही मुस्लिम महिला मतदाताओं के लिए होगा पर्दानशीं बूथ। बता दें कि 2017 यूपी विधानसभा चुनाव में पिंक बूथ बनाया गया था। यानी इस बार और बेहतर सुविधा देने की तैयारी है। इस तैयारी के पीछे निर्वाचन विभाग की एक सोच यह भी है कि किसी तरह से फर्जी मतदान न हो।
स्वीप प्रभारी, सीडीओ गौरांग राठी के निर्देशन में स्वीप की टीमें आधी आबादी से ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने के लिए तत्पर है। महिला मतदाताओं को इसके लिए प्रेरित किया जा रहा हैं। इसके तहत ही मुस्लिम महिलाओं की सहूलियत के लिए के लिए पर्दानशीं पोलिंग बूथ बनाने की तैयारी है। यह बूथ मुस्लिम बहुल इलाकों में बनेगा जहां इनकी तादाद ज्यादा होती है। ऐसे बूथों पर पोलिंग पार्टियों के साथ एक अतिरिक्त महिला कर्मचारी की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। मतदान वाले दिन अगर कोई पोलिंग एजेंट पर्दानशीं मतदाता को लेकर आशंका जताता है तो वहां तैनात महिला कर्मचारी उस मतदाता के चेहरे की पहचान उसके वोटर कार्ड या दस्तावेज के आधार पर करेंगी।
लोकसभा चुनाव में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने के लिएहर विधानसभा में सखी बूथ भी बनाये जाएंगे। सखी बूथ में पीठासीन अधिकारी से लेकर सुरक्षाकर्मी तक महिलाएं ही रहेंगी। इन बूथों पर बच्चों के लिए खिलौने भी होंगे। वृद्ध महिलाओं के बैठने का इंतजाम होगा। महिला मतदाताओं की सहायता के लिए महिला वालेंटियर मौजूद रहेंगी। इसकी खातिर एनजीओ, एनसीसी कैडेट्स, राष्ट्रीय सेवा योजना की सदस्यों की सहायता भी ली जाएगी। मॉडल बूथ पर बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी खास इंतजाम किए जाएंगे। न्यूज पेपर और मैगजीन भी उपलब्ध रहेंगी। दिव्यांग वोटरों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था रहेगी। मॉडल बूथों पर सेल्फी प्वाइंट और बच्चों के मनोरंजन के लिए इंतजाम रहेंगे.