गौरतलब है कि रेलवे बोर्ड पूर्व सतर्कता निदेशक एंव बीजेपी देवमणि के लखनऊ से वाराणसी के लिए प्रतिदिन शताब्दी के प्रस्ताव पर रेलवे प्रशासन गंभीरता से विचार कर रहा है। अगर इस प्रस्ताव पर मुहर लग गई तो आने वाले दिनों में वाराणसी से लखनऊ का सफर लोग चार घंटे में पूरा कर सकेंगे।
इस ट्रेन को चलाएजाने की मांग की मुख्य वजह वरुणा एक्सप्रेस के कानपुर तक विस्तार के बाद से इस ट्रेन के लेट होने से लोगों को लगातार हो रही असुविधा है। जिस के बाद लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे बोर्ड से मांग की गई कि इस रूट पर शताब्दी एक्सप्रेस चला देने से, प्रदिन हजारों की संख्या में लखनऊ से वाराणसी के बीच सफर करने वाले यात्रियों को सुविधा होगी। इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र के लोगों को शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन के जरीए आवागमन सुविधाजन होगा। वहीं दूसरी ओर माना जा रहा है कि इस ट्रेन के चलने से रोजाना दफ्तर पहुंचने वालों को खासा सहूलियत होगी।