-टेढीनिम स्थित महंत आवास से रात 9 बजे शुरू होगा विशेष पूजन -मंदिर में रात भर होगी चारों प्रहरी की आरती
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वाराणसी. Mahashivratri 2020 पर मंगलवार की रात काशीपुराधिपति का विवाहोत्सव मनाया जाएगा। मान्यता यह है कि इस अद्भुत क्षण के साक्षी केवल काशीवासी ही नहीं बल्कि पूरा देवलोक होता है। इस मौके पर देवों के देव महादेव की रात की चारों प्रहर की आरती पूरे विधि-विधान से होगी। यह प्रक्रिया रात 9 बजे से शुरू हो जाएगा।
IMAGE CREDIT: patrika पहली बार है कि बाबा का विवाहोत्सव महंत डॉ कुलपति तिवारी के नए आवास टेढीनीम स्थित गेस्ट हाउस से शुरू होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि महंत डॉ तिवारी का परंपरागत आवास जो श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सामने ही था का कुछ हिस्सा पिछले दिनों गिर गया था। उसके बाद उन्हें टेढीनीम स्थित गेस्ट हाउस में स्थान दिया गया। अब वहीं से विवाह की पूरी रश्म मनाई जा रही है।
IMAGE CREDIT: patrika काशीपुराधिपति के विवाहोत्सव का जश्न वैसे तो वसंत पंचमी से ही शुरू हो गया है। वसंत पंचमी को तिलकोत्सव मनाया गया। उसके बाद हल्दी मटमंगरा की रस्म पूरी हुई। अब महाशिवरात्रि पर शुक्रवार की रात काशीपुराधिपति का विवाहोत्सव मनाया जाएगा। मान्यता यह है कि इस अद्भुत क्षण के साक्षी केवल काशीवासी ही नहीं बल्कि पूरा देवलोक होता है।
‘कहवां के पियर माटी, कहवां के कोदार, कहवां क सात सुहागिन मोटी कोड़े जाए हो…’ ऐसे मंगल गीतों से टेढीनीम स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत डॉ. कुलपति तिवारी का आवास गूंज उठा।
विवाहोत्सव के बाद रंगभरी एकादशी पर बाबा विश्वनाथ, गौरा के गौने की रस्म के लिए निकलते हैं। महंत आवास से बाबा विश्वनाथ, मां पार्वती के रजत विग्रत के साथ भव्य पालकी शोभायात्रा निकलती है। इस बार यह रस्म भी टेढीनीम स्थित गेस्ट हाउस से ही पूरी होगी।