कुलपति प्रो. टीएन सिंह ने बताया कि सेमेस्टर व वार्षिक परीक्षाएं तीन पालियों में तीन घण्टे की जगह दो घण्टे में कराई जाएगी।जिसपर सहमति बनी है। बचे हुए स्नातक व परास्नातक विषयों की परीक्षाएं महज 13 दिनों में ही खत्म कर लेने का निर्णय लिया गया है। वहीं स्नातक की अब तक हो चुकी परीक्षाओं का मूल्यांकन तत्काल शुरू कराने का निर्णय भी लिया गया है।
जल्द शुरू होगा मूल्यांकन बतादें की लॉकडाउन के पहले विश्वविद्यालय में परीक्षाएं चल रही थीं। अब हो चुके विषयों की कापियों पर कोडिंग-डिकोडिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है। ऐसे में अब मूल्यांकन शुरू कराने की सहमति बनी है। वहीं अब वेबएक्स सिस्को नामक साफ्टवेयर से ऑनलाइन शोध मौखिकी कराने की भी परीक्षा समिति में हरी झंडी मिल गई।
लॉकडाउन के बाद लगातार टल रही तारीख बतादें की लॉकडाउन शुरू होने के साथ ही अब तक विवि की परीक्षा तारीख तीन बार टल चुकी है। लॉकडाउन के कारण चल रही परीक्षा स्थगित की गई। फिर फर्स्ट के बाद परीक्षा अप्रैल में कराने की बात कही गई थी। फिर बढ़ जाने से।19 मई को तारीख के एलान की बात कही गई। पर 31 मई तक बढ़े लॉकडाउन के बीच महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के सभी विषयों की वार्षिक परीक्षाएं अगले आदेश तक निरस्त कर दी गईं थी।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. कुलदीप सिंह की ओर से जारी निर्देश में कहा गया था कि बची हुई परीक्षा की अगली तिथि के बारे में कोई निर्णय राज्य सरकार से निर्देश मिलने के बाद लिया जाएगा। अब कुलपति की बैठक में इसे जुलाई में कराने का फैसला लिया गया है।